मेरठ 19 नवंबर (प्र)। वेदव्यासपुरी के समीप गांव मलियाना से सटे पारस बिल्डटेक द्वारा विकसित की जा रही जमीन पर सोमवार की रात में जेसीबी लेकर पहुंचें तीन व्यक्तियों ने सैकड़ों साल पुराने आधा दर्जन मठों को जमींदोज कर दिया। सुबह सदर तहसील से राजस्व विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। राजस्व विभाग की जांच में जमीन पारस बिल्डटेक की पाई गई है। दूसरी ओर, महंत ने बंधक बनाकर आधा दर्जन मठ जमींदोज करने के आरोप लगाते हुए टीपी नगर थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
वेदव्यासपुरी तथा गांव मलियाना के मध्य बिजली बम्बा के पास पारस बिल्डटेक द्वारा कालोनी विकसित की जा रही है। इस जमीन के पास सैकड़ों साल पुराने आधा दर्जन मठ भी बने हुए थे। आरोप है कि सोमवार की रात में तीन व्यक्ति जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचें। उन्होंने महंत कमाल गिरी को बंधक बनाकर उसका मोबाइल फोन छीन लिया। उसके बाद आधा दर्जन मठों तथा महंत की कुटिया को जेसीबी से जमींदोज कर दिया। इसके बाद वे वापस लौट गए। मंगलवार की सुबह मलियान के लोग महंत कमाल गिरी के पास पहुंचे तो उन्होंने मामले की जानकारी दी। शिकायत पर सदर तहसील के नायब तहसीलदार राजस्व विभाग की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचें। साथ ही, टीपी नगर थाना प्रभारी अरुण कुमार मिश्र व सीओ ब्रहम्पुरी सौम्या आस्थाना भी घटनास्थल पर पहुंचें।
राजस्व विभाग की जांच में पता चला कि जिस जमीन पर मठ बने थे वह पारस बिल्डटेक की है। पहले ये लगभग एक बीघा जमीन मलियान ग्राम पंचायत की हुआ करती थी । लेकिन मंडलायुक्त इस जमीन का लैंड यूज चेंज कर दिया था। सरकारी नियम के अनुसार एक बीघा जमीन की एवज में पारस बिल्डटेक ने ग्राम पंचायत को सवा बीघा जमीन मुहैया कराते हुए उसके नाम ट्रांसफर करा दी थी दूसरी ओर, इस मामले में तहसीलदार सदर से बात करने की कोशिश की, लेकिन फोन कॉल रिसीव नहीं हुई। टीपी नगर थाना प्रभारी अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि राजस्व विभाग की जांच में जमीन पारस बिल्डटेक ग्रुप की पाई गई है। हालांकि महंत कमाल गिरी की तहरीर पर धर्मवीर और दो ज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
