मेरठ 08 नवंबर (प्र)। मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र में गत दिवस एक हैरान करने का मामला सामने आया। यहां बकाया वसूलने आए फाइनेंस कंपनी कर्मियों से एक व्यक्ति भिड़ गया। वह फाइनेंस कंपनी की टीम का विरोध करने के लिए बेटी संग छत से लटक गया। उसके बाद सुसाइड करने के लिए गले में रस्सी डालने लगा। उसे ऐसा करते हुए मोहल्ले वालों ने देखा, तो शोर मचाने लगे। दिनदहाड़े पिता, बेटी को सुसाइड करते देख मोहल्ले में हंगामा मच गया। पड़ोसियों ने किसी तरह दोनों को रेलिंग से नीचे उतारकर बचाया।
मामला लोहिया नगर थाना क्षेत्र के चमड़ा पैंठ का है। यहां रहने वाले खलील, पुत्र शरीफ ने सात साल पहले शुभम फाइनेंस कंपनी से आठ लाख रुपयों का लोन लिया था। खलील ने अपने 100 गज के मकान पर फाइनेंस कंपनी से यह लोन लिया था। मंगलवार को फाइनेंस कंपनी का स्टाफ पुलिस को लेकर खलील का घर सील करने पहुंचे।
कंपनी स्टाफ का आरोप है कि खलील ने लोन की रकम अब तक अदा नहीं की है। उस पर आठ लाख की मूल रकम और ब्याज सहित कुल 34 लाख रुपये बकाया हैं। जिसकी अदायगी होनी है। अब तक बकाया न देने के कारण स्टाफ उसका घर सील करने पहुंचा।
फाइनेंस कंपनी की टीम अपने साथ लोहिया नगर और ब्रहमपुरी दो थानों की भारी फोर्स लेकर पहुंचे। जैसे ही कंपनी स्टाफ पुलिस की मदद से खलील के घर को सील करने लगे तो खलील बेटी लाइबा के साथ अपने दो मंजिला मकान की छत पर चढ़ गया। उसने अपने और बेटी दोनों के गले में रस्सी से फांसी का फंदा बना लिया। दो मंजिला छत पर लोहे की रैलिंग से बेटी संग सुसाइड करने लटक गया।
पड़ोसियों ने फुर्ती दिखाकर किसी तरह बचाया पिता, बेटी को सुसाइड करता देख, कंपनी स्टाफ, पुलिस और पड़ोसियों में हड़कंप मच गया। मोहल्ले वालों ने वहां पुलिस और फाइनेंस कंपनी के स्टाफ का विरोध कर हंगामा शुरू कर दिया। उन्हें भला बुरा कहने लगे। आनन फानन में कुछ पड़ोसी तुरंत छत पर गए। किसी तरह खलील उसकी बेटी को रैलिंग से सुरक्षित उतारा।
वहीं मौके पर हंगामा, विरोध होता देख कंपनी स्टाफ फोर्स के साथ वापस लौट गया। फाइनेंस कंपनी ने खलील को बुधवार तक का समय दिया है। वो बुधवार एक दिन में या तो बकाया पैसा जमा करे, नहीं तो कंपनी उसका घर जब्त करेगी।
खलील का आरोप है कि उसे लोन लिए सात साल हो गए। लोन देने के बाद आज तक फाइनेंस कंपनी ने कभी उसे पैसा वापसी के लिए सूचित नहीं किया। न कभी कोई फोन आया न कोई रिकवरी आई। आज अचानक कंपनी वाले मकान सील करने पहुंच गए।