Thursday, November 13

रूड़की आईआईटी ने पांच छात्रों को किया निष्कासित, 2 सस्पेंड

Pinterest LinkedIn Tumblr +

रुड़की 23 जुलाई। आईआईटी रुड़की ने मार्च में हुई एक हिंसक घटना के मामले में सख्त कदम उठाते हुए पांच छात्रों को संस्थान से बाहर कर दिया है, जबकि दो अन्य को एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया है. इन छात्रों पर एक साथी विद्यार्थी पर गंभीर हमला करने का आरोप है, जिसमें पीड़ित के सिर में गहरी चोटें आईं और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

यह अनुशासनात्मक निर्णय 18 जून को संस्थान की आंतरिक जांच के बाद लिया गया. हालांकि, संस्थान ने इस कार्रवाई को सार्वजनिक नहीं किया और इसे गोपनीय रखा गया, ताकि परिसर में अशांति न फैले और मीडिया का ध्यान इस ओर न जाए. टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार संस्थान ने इस निर्णय की पुष्टि की है. हमले में शामिल पाँचों आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है, लेकिन वे पिछले चार महीनों से फरार हैं और अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.

आईआईटी रुड़की के एमटेक फाइनल ईयर के छात्र किशन सिंह केसरी पर 23 मार्च 2025 की रात कुछ छात्रों ने हमला कर दिया. वह अपने सीनियर से मिलने होटल पहुंचे थे, जहां शराब के नशे में धुत एक छात्रों के ग्रुप ने उन पर अभद्र टिप्पणियां कीं. विरोध करने पर उन्होंने बीयर की बोतलों से सिर पर हमला कर दिया, जिससे केसरी बेहोश हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें गहरी चोटों के लिए टांके लगाए गए और फिर सर्जरी के लिए देहरादून रेफर किया गया.

केसरी के पिता की शिकायत पर 26 मार्च को पांच छात्रों पर हत्या के प्रयास, दंगा और घातक हथियारों से हमला करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई. आरोपी छात्र वैभव सिंह, विपिन कुमार, उत्कर्ष गौतम, अनमोल राज और नितिन प्रताप सिंह हैं. ये सभी मार्च से फरार हैं.
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि यह हमला छात्र संघ चुनावों से जुड़ी पुरानी दुश्मनी के कारण हुआ. केसरी ने पहले ही संस्थान को धमकियों की जानकारी दी थी, लेकिन केवल दो दिन के लिए सुरक्षा दी गई. इस घटना ने सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.

संस्थान ने घटना के बाद छात्र मामलों की परिषद (SAC) से जांच करवाई. जून में परिषद ने अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें सात छात्रों को दोषी पाया गया. इसके आधार पर पांच छात्रों को स्थाई रूप से निष्कासित कर दिया गया, जबकि दो बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों धैर्य रानीवाल और आमोद को एक वर्ष के लिए निलंबित किया गया.

Share.

About Author

Leave A Reply