मेरठ 06 सितंबर (प्र)। मेरठ मंडपम वेदव्यास पुरी’ स्थल पर आज कड़ी धूप में तेरहवें दिन भी जारी रहा । आज धरना स्थल पर किसानों की बड़ी पंचायत का आयोजन हुआ, जिसमें पुट्ठा से रत्न, फुल्लन, सतबीर चौ., उदयवीर चौ., अशोक, गुड्डू, , पिंटू चौधरी, ब्रजवीर, देवकरण, राकेश, नेपाल, टीका, राजपाल व सभी ग्रामवासी घाट से अनिल प्रमुख , गोपीचंद, महेंद्र मास्टर व अन्य सभी किसान कुंडा से मनोज, राजेश, प्रताप, रिशिपाल, जयप्रकाश, गजेंद्र पार्षद, नितिन कसाना आदि डुंगरावली से रामसिंह, बिल्ले, रामपाल ब्रह्मसिंह आदि मलियाना से रामेश्वर शर्मा, सतपाल, बख्तावर, लोकेश, गंगाराम, सूरजपाल, रामपाल आदि शेखपुरा से मुन्ना वसीम के साथ आनेको किसान, अब्दुल्लापुर से हाजी अमीरअहमद, ऋषिपाल अनेकों किसानों के साथ गंगानगर से चंदन, रोबिन, मुस्तफा अनेकों किसानों के साथ, ’काजीपुर’ से दिनेश एडवोकेट, नरेश, विकास ने व बरेली की फरीदपुर तहसील से किसान कालूराम ने अपने किसान साथियों के साथ पहुंच कर मेरठ मंडपम स्थल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरना स्थल पर अपना समर्थन दिया ।
पंचायत मे पहुंचे किसानों ने एमडीए का अब तक कोई सकारात्मक रूप न देखते हुए घोर निंदा की व पंचायत में आक्रोषित किसानों ने निर्णय लिया कि अगर एमडीए के अधिकारियों ने जल्द किसानों के पक्ष में फैसला नहीं लिया तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा व बुजुर्ग महिला व पुरुष किसानों द्वारा भूख हड़ताल की जाएगी ।
एमडीए के रवैया से दुखी होकर अब्दुल्लापुर के किसान हाजी अमीर अहमद ने 10 तारीख को आत्मदाह की घोषणा की ।
लापरवाह अधिकारियों पर इस बात का कोई असर नहीं हो रहा कि इतनी तेज़ धूप में भी किसान धरने पर बैठे हैं, जिनमें बुजुर्ग पुरुष व महिलाएं भी शामिल हैं, धरना स्थल पर किसी भी किसान के साथ यदि कोई घटना होती है तो उसके लिए एमडीए के अधिकारी जिम्मेदार होंगे । मुआवजे की मांग को लेकर किसानों की स्पष्ट बात है कि जब तक मुआवजा नहीं धरना अनिश्चितकालीन चलता रहेगा । किसानों की एक ही मांग वर्ष 2015 के समझौते अनुसार मुआवजा ब्याज सहित व नोएडा की तर्ज पर 10 प्रतिशत भुखंड चाहिए।