मेरठ 30 सितंबर (प्र)। कैराना कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी रहे प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर शासन ने सतर्कता आष्ठा, मेरठ सेक्टर को जांच सौंपी जांच में आय से 2,92,06,045 रुपये अधिक की संपत्तियां तत्कालीन कैराना कोतवाल द्वारा अर्जित की गई। इस पर सर्तकता अधिष्ठान के प्रभारी निरीक्षक ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा-13 (1) बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
थाना सतर्कता अधिष्ठान, मेरठ सेक्टर पर प्रभारी निरीक्षक कृष्णवीर सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है। शासन के सतर्कता अनुभाग- 3 ने आठ दिसंबर 2020 को कैराना के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ खुली जांच के आदेश दिए। सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर ने 21 फरवरी 2024 को शासन को जांच आख्या भेज दी। जांच में जनपद बागपत के ग्राम निरपुड़ा निवासी प्रेमवीर सिंह राणा की कैराना के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक द्वारा लोकसेवक के रूप में कार्यरत रहते हुए जांच के लिए निर्धारित की गई अवधि में अपनी आय के समस्त ज्ञात व वैध स्रोतों से 1,65,36,556 रुपये की आय अर्जित की। इस अवधि में प्रेमवीर सिंह राणा द्वारा परिसंपत्तियों के अर्जन व भरण पोषण पर 4,57,42,602 रुपये व्यय किया गया। जो ज्ञात व वैध स्रोतों से अर्जित की गई अपनी आय से 2,92,06,045 रुपे अधिक व्यय किया गया। ज्ञात व वैध स्रोतों से 2 करोड़, 92 लाख 6 हजार, 45 रुपये की आय के बारे में प्रेमवीर सिंह राणा से सतर्कता अधिष्ठान ने स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन उनके द्वारा कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया। इसके चलते प्रथम दृष्ट्या प्रेमवीर सिंह राणा को प्रथम दृष्ट्या आय से अधिक परिसम्पत्ति अर्जित करने का दोषी पाया गया।
इन धाराओं में मुकदमा हुआ दर्ज
कैराना कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक प्रेमवीर सिंह राणा को जांच में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथा संशोधित) भ्रष्टाचार निवारा अधिनियम 2018 की धारा 13 (1) बी के अंतर्गत अपराधिक दुराचार और उक्त अधिनियम की धारा-13 (2) के अंतर्गत दंडनीय संज्ञेय अपराध है। शासन ने 18 अगस्त 2025 को मुकदमा दर्ज कर वृहद जांच के आदेश दिए गए।
डेढ़ साल कैराना में रही पोस्टिंग
प्रेमवीर सिंह राणा अगस्त 2020 से जनवरी 2022 के मध्य तक करीब 18 माह कैराना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रहे। वर्ष 2007 में उनको उत्कृष्ट सम्मान चिह्न तथा 2016 में राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से नवाजा गया। इसके बाद 15 अगस्त 2019 को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बेस्ट इंवेस्टीगेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा डीजीपी ने भी उनको उत्कृष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत किा था। कैराना से प्रेमवीर सिंह राणा के मोह का पता इसी से चलता है कि 31 दिसंबर 2024 को रिटायरमेंट के बाद वे कैराना पहुंचे कैराना में भी उनका जोरदार स्वागत किया गया। उस समय चर्चा थी कि उनके द्वारा जबरन कुछ लोगों से अपना स्वागत कराया गया था।
