Friday, November 22

आईपीएस आलोक शर्मा एसपीजी प्रमुख नियुक्त, यूपी वालों के लिए है सम्मान की बात

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आईपीएस होने के बाद जहां जहां भी पद कोई भी रहा हो 1991 बैंच के आईपीएस श्री आलोक शर्मा साम्रदायिक सौहार्द्र बनाये रखने के साथ साथ असामाजिक तत्वों में एक कड़क और समयानुकूल कार्यवाही करने वाले अधिकारी के रूप में पहचाने जाते है क्योंकि आम आदमी उनसे सीधे मिलकर अपनी परेशानी का समाधान करा सकता है। यह कह सकते है कि वो हर आम और खास के अपने अधिकारी समझे जाते थे इसलिए दो साल 23 दिन के मेरठ के आईजी के कार्यकाल में 10 मई 2014 में तीरगरान मौहल्ले की हिंसा में व्यापारी सुशील रस्तोगी के एकलौते बेटे शुभम की हत्या के बाद भी वो जिले सहित अपने जोन को हिंसा से बचाये और सद्भावना बनाये रखने में सफल रहे। अपने कार्यकाल में अनेकों गुण्डों के एनकांउटर को लेकर चर्चाओं के अतिरिक्त वो अपने व्यवाहर और कार्यकुशलता तथा आम आदमी की बात सुनने के लिए जाने जाते थे। इसलिए जहां भी रहे प्रदेश सरकार की नीतियों और पुलिस से संबंध कार्यों को पूरा करने के लिए वो यूपी के गिने चुने अफसरों में शुमार थे।
श्री आलोक शर्मा का जन्म बुलंदशहर के गांव रूपवासा में एक सरकारी अधिकारी के यहां हुआ। पिता सर्विस में थे इसलिए वो बाद में अलीगढ़ में रहने लगे। श्री आलोक शर्मा का विवाह शांति स्वरूप गुप्ता जो आगरा के कुलपति रहे उनकी बेटी सीमा गुप्ता से हुआ। उनके पिता विश्वेश्वर दयाल सिंचाई विभाग में अफसर थे अब फिलहाल वो सपरिवार दिल्ली में निवास कर रहे है। मेरठ जोन में आईजी रहते हुए सहारनपुर के दंगों पर अंकुश लगाने और आम आदमी को सुरक्षा व्यवस्था का अहसास कराने में सफल श्री आलोक शर्मा का जन्म 1966 में हुआ। वो इलाहाबाद एवं हरिद्वार कुंभ मेले की कमान संभाल चुके है। तथा आईजी मेरठ आईजी प्रयागराज और बरेली आदि के पद पर रहे। बीएससी व बीटेक करने के बाद श्री आलोक शर्मा 2018 में एसपीजी में गये तथा 6 दिसंबर को एसपीजी प्रमुख अरूण कुमार सिन्हा के निधन उपरांत उन्हें एसपीजी प्रमुख का पद मिला। इसे पूर्व श्री शर्मा बुलंदशहर सहारनपुर में एसएसपी भी रह चुके थे। कुल मिलाकर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रहते हुए उन्होंने जनता की समस्याओं और उनके समाधान पर ध्यान देने के अतिरिक्त अपने कार्य क्षेत्र में सहयोगियों के साथ मिलकर भयमुक्त वातावरण की स्थापना करने और कराने में सक्षम रहे। बीते शुक्रवार को श्री आलोक शर्मा को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप एसपीजी का निदेशक नियुक्त किया गया। जिसे प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा प्रदान करने का काम सौंपा गया है। अभी तक श्री शर्मा एसपीजी में अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे। कारमिक मंत्रालय द्वारा अगले आदेशों तक के लिए कैबिनेट की नियुक्ति समिति के निर्देश पर एसपीजी निदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी जा चुकी है।
श्री आलोक शर्मा भले ही पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी पहचान रखते हो मगर आम आदमी को हमेशा उनमें अपने परिवार के ऐसे मुखिया की छवि नजर आती है जो घर का बड़ा होने के चलते सबकी परेशानियों का हल ढूंढने में लगा रहता है। और सबसे प्यार भी खूब करता है। आईजी मेरठ के पद पर रहते हुए श्री आलोक शर्मा जी से वरिष्ठ स्वत्रंत पत्रकार डा0 संजय गुप्ता जी के साथ मिलने का मौका मिला। और हमेशा ही उनके अच्छे प्रभाव में बढ़ोत्तरी होती नजर आई। उप्र में जन्मे और इसी कैंडर के आईपीएस आलोक शर्मा के प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा देने वाले सुरक्षाबल का एसपीजी निदेशक बनाये जाने से यूपी का हर जागरूक नागरिक अपने आपको गौरांन्वित महसूस कर रहा है। और जो कभी भी आलोक शर्मा जी के संपर्क में आया है वो तो फूला नहीं समा रहा है। क्योंकि इन सबका मानना है कि पूरी दुनिया में अपने देश का मान सम्मान और नाम बढ़ाने में सफल देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सुरक्षा में लगी एजेंसी के निदेशक के रूप में श्री आलोक शर्मा की नियुक्ति यूपी वालों के लिए एक सम्मान की बात कहीं जा सकती है पुलिस फोर्स के लिए तो है ही। क्योंकि पूर्व डीजीपी ब्रजलाल पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल आईपीएस गुरूदर्शन सिंह डा0 कश्मीर सिंह पूर्व डीआईजी गोविन्द अग्रवाल जैसे सुलझे विचारों के सबको मान सम्मान देने और अपराधियों में धमक रखने में सक्षम अधिकारियों की प्रथम पंक्तियों में श्री आलोक शर्मा गिने जाते है। (प्रस्तुति: अंकित बिश्नोई संपादक, पत्रकार, पूर्व सदस्य मजीठियां बोर्ड यूपी तथा सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री )

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