मेरठ 13 नवंबर (प्र)। नवंबर के दूसरे सप्ताह में बुधवार प्रातः कोहरा छा गया। शहर से लेकर देहात तक मानो सब कुछ कोहरे की चादर में लिपट गया। सीजन का पहला कोहरा देखकर घर से निकले लोगों वाहनों की हेडलाइट और पार्किंग लाइट ऑन करनी पड़ी। सड़क पर दृश्यता बहुत कम रही। कोहरे के पीछे पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना बताया गया है।
मौसम विज्ञानियों ने पहले ही कोहरे का अंदेशा जताया था। हवा में प्रदूषित कणों का घनत्व भी खतरनाक श्रेणी में पहुंच सकता है। हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव और हवा की गति भी कम रही। बुधवार सुबह आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत सिटी डॉट आइएमडी वेबसाइट के अनुसार 98 प्रतिशत रहा। इससे पहले मंगलवार को मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोहरे के बाद अब दिन के तापमान में कमी आ सकती है।
वहीं बुधवार की सुबह अलग ही नजारा सामने था। सुबह नौ बजे तक भी सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पाए थे। चारों तरफ घना कोहरा छाया रहा। इसके साथ ही तेज हवा भी चलती रही। इसके कारण तापमान में भी गिरावट आई है। मेरठ में सुबह से ही घने कोहरे की वजह से वाहन चालकों को हैड लाइट जलाकर वाहन चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। अधिक कोहरे की वजह से वाहन रेंगते हुए चले। सिवाया टोल प्लाजा के पास टोल टैक्स बचाने के लिए वाहन चालक भराला मार्ग की ओर रजवाहे की पटरी पर चलते हैं। आज सुबह कोहरे की वजह से पटरी न दिखने पर एक वाहन नीचे खेत में जाकर पलट गया। टोल कर्मियों की टीम मोके पर पहुंची और किसी तरह वाहन में फंसे लोगों को बाहर सुरक्षित निकाला।
मेरठ में एक्यूआई का स्तर कुछ कम हुआ है। मंगलवार को शहर का एक्यूआई 206 दर्ज किया गया। गंगानगर में 145, जयभीमनगर में 267, पल्लवपुरम में 270, दिल्ली रोड पर 280 और बेगमपुल पर 273 एक्यूआई दर्ज किया गया। हांलाकि सुबह और शाम में स्मॉग लगातार बढ़ता रहा है।
