मेरठ 13 नवंबर (प्र)। लोहिया नगर थाने के मामले में दुबई से तस्करी कर मंगाए 20 लाख के सोने के गबन के मामले में लिसाड़ी गेट थाने के दरोगा महेंद्र सिपाही विकास और ओमवीर ने तस्कर से आठ लाख रुपये वसूल लिए इससे पहले तस्कर को थाने में अवैध हिरासत में रखकर यातनाएं दी गई। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आने पर तस्कर को छोड़ा गया। देर रात तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। लोहियानगर थाने के अहमदनगर निवासी सलमान सऊदी अरब से सोने की तस्करी करता है। उसने दुबई से तस्करी का करीब 20 लाख रुपये का सोना मंगाया था। सलमान ने एयरपोर्ट पर सोने की डिलीवरी लेने के लिए अहमद नगर निवासी समीर को भेजा था। समीर के मन में लालच आ गया वह एयरपोर्ट से सोना लेकर फरार हो गया। सोना वापस लेने के लिए सलमान ने समीर के परिवार पर दबाव बनाया।
मामले को लेकर पंचायत हुई, जिसमें तय हुआ कि समीर का भाई शाहिद सलमान को नौ लाख रुपये देगा। तीन लाख रुपये सलमान को दे दिए गए। छह लाख रुपये किस्तों में देने की बात तय हुई। इसकी जानकारी लिसाड़ीगेट थाने में तैनात दरोगा महेंद्र सिपाही विकास और ओमवीर को मुखबिर से मिल गई। तीनों पुलिसकर्मी 30 अक्तूबर को शाहिद को उठाकर थाने ले आए। आरोप है कि 31 अक्तूबर की रात दो लाख रुपये वसूल कर शाहिद को छोड़ दिया।
मंगलवार सुबह तीनों पुलिसकर्मियों ने सलमान को उसके घर से उठा लिया थाना परिसर में एक निजी कमरे में उसे रखा, जहां उसकी जमकर पिटाई की गई। इसके बाद व्हाट्सएप कॉल पर समीर से बात कराई। सलमान से कहलवाया गया कि समीर के भाई शाहिद से छह लाख नहीं लेगा। यह रकम पुलिस के पास पहुंच गई। मामले में पुलिसकर्मियों पर आठ लाख की वसूली का आरोप है।
सलमान के परिजन एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के पास पहुंचे। इसके बाद सलमान को थाने से छोड़ा गया। थाने से बाहर आने पर सलमान ने शरीर पर चोट के निशान दिखाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। साथ ही बताया कि लिसाड़ी गेट पुलिस शाहिद से उसके छह लाख रुपये वसूल चुकी है।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है प्रकरण की जांच सीओ से कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।