मेरठ 26 अप्रैल (प्र)। प्रदेश में सीसीटीएनएस की रैंकिंग में मेरठ और हापुड़ ने टॉप 10 में जगह बनाई है। मेरठ को 10वीं रैंक और हापुड़ को 8वीं रैंक मिली है। दोनों ही जिलों ने विवेचनाओं के निस्तारण और डाटा अपलोड करने समेत 16 बिंदुओं पर बेहतर प्रदर्शन किया। दूसरी ओर, डीआईजी ने विवेचनाओं के निस्तारण में देरी को लेकर सीओ खुर्जा और सीओ सदर देहात से स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को इस कार्रवाई में सुधार का निर्देश दिया है।
डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी ने बताया कि यूपी पुलिस मुख्यालय द्वारा हर माह जनपदों की सीसीटीएनएस रैंकिंग जारी की जाती है। इसके लिए 16 बिंदुओं पर चयन किया जाता है, जिसमें थानावार क्राइम रिकार्ड को सीसीटीएनएस पर अपलोड करना, अपराध विश्लेषण पोर्टल और शिकायतों के निस्तारण समेत आरोपियों की गिरफ्तारी और गुमशुदा लोगों की सूचनाएं अपलोड करना प्रमुख है। मार्च 2025 की सीसीटीएनएस की प्रदेशभर की रैंकिंग जारी की गई है, जिसमें मेरठ और हापुड़ टॉप-10 में शामिल हैं। हापुड़ को आठवीं और मेरठ को 10वीं रैंक मिली है।
लंबित विवेचनाओं के चलते सीओ खुर्जा और सीओ सदर देहात से स्पष्टीकरण तलब
डीआईजी कलानिधि ने 16 अप्रैल को मेरठ रेंज के चार जिलों की सीसीटीएनएस पोर्टल पर लंबित विवेचनाओं की सर्किल वार समीक्षा की थी। इस दौरान पाया गया कि मेरठ के सदर देहात, सरधना व मेरठ कोतवाली में विवेचनाएं ज्यादा लंबित हैं। दूसरी ओर, बुलंदशहर में खुर्जा और अनूपशहर, बागपत में बड़ौत और हापुड़ में गढमुक्तेश्वर सर्किल में ज्यादा विवेचनाएं लंबित हैं। इस पर सीओ खुर्जा और सीओ सदर देहात जनपद मेरठ का स्पष्टीकरण लिया गया है। विवेचनाओं के निस्तारण में हापुड़ नगर सर्किल और दौराला सर्किल मेरठ सबसे आगे रहे।