मेरठ 08 मार्च (प्र)। मेरठ जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विमल शर्मा ने कहा कि जिला सहकारी बैंक किसानों के लिए मददगार साबित हो रहा है। किसानों को बैंक ने 1280 करोड़ रुपये का ऋण और अग्रिम दे रखा हैं। साथ ही बैंक लाभ में भी है। बैंक ने पिछले वित्तीय वर्ष में 7 करोड़ की शुद्ध आय की है। उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने से बैंक की मेरठ की 10 तथा बागपत जनपद की 7 प्रमुख शाखाओं में किसी भी बैंक के खाते में पैसा जमा करने की सुविधा मिलेगी। जिससे आम जनता को लाभ होगा। शुक्रवार को जिला सहकारी बैंक मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष विमल शर्मा, सचिव विनय सिंह, दिनेश सिंह, संतरपाल और उदयवीर सिंह आदि डायरेक्टरों ने संयुक्त रूप से बैंक की उपलब्धियां गिनाई।
अध्यक्ष विमल शर्मा ने बताया कि बैंक की 75वीं वार्षिक आम सभा 9 मार्च को एनएच 58 स्थित इवाया रिसोर्ट में होगी। जिसमें सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जेपी एस राठौर मुख्य अतिथि होंगे। बैठक में मेरठ और बागपत जनपद के बैंक के प्रतिनिधि भाग लेंगे। बैठक में बैंक के वित्तीय वर्ष 2023-24 के कार्यों, लाभ हानि की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला सहकारी बैंक वर्ष 1919 से यानि 106 वर्षों से किसानों का साथ दे रहा है। यह हमेशा से लाभ में रहा है। वर्तमान में बैंक में जमा राशि 2190 करोड़ है। जबकि 556 करोड़ रुपये बैंक की निजी पूंजी है। बैंक ने वर्तमान में किसानों को ऋण और अग्रिम के रूप में 1280 रुपये प्रदान कर रखा है। बैंक का एनपीए शून्य है। तीन चीनी मिलों के बैंक ने 317 करोड़ रुपये की लिमिट (ऋण सीमा) प्रदान कर रखी है। बैंक के सभी बहुउद्देशीय सहकारी समिति बिजली के बिल जमा कर रही हैं। अप्रैल से मेरठ और बागपत जनपद में कुल 17 बैंक शाखाओं में देश के किसी भी बैंक के खाते में आम लोग पैसा जमा करा सकेंगे। बैंक को एनपीसीआई से इसका लाइसेंस प्राप्त होने वाला है। जिसके बाद मात्र 53 सेकंड में कोई व्यक्ति किसी भी खाते में खुद पैसा जमा कर सकेगा।