मेरठ 18 जुलाई (प्र)। मेरठ कैंट क्षेत्र में रहने वालों के लिए अब बड़ी खुशखबरी है। लोग अब वहां तीन मंजिले भवन, बेसमेंट, पार्किंग आदि से सुसज्जित भवनों का निर्माण कर सकेंगे। सोलर पैनल, रेनवाटर हार्वेस्टिंग आदि की भी व्यवस्था अपने भवनों में कर सकेंगे।
गुरुवार को पश्चिम यूपी सब एरिया के डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे की अध्यक्षता में हुई मेरठ कैंट बोर्ड की बैठक में कैंट के भवन निर्माण उपविधि को मंजूरी दे दी गई। अब मध्य कमान और रक्षा मंत्रालय से मंजूरी के बाद यह लागू हो जाएगा।
राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से जल्द से जल्द मंजूरी की जिम्मेदारी उनकी है। कैंट की जनता के हित में कार्य होंगे।
गुरुवार को कैंट बोर्ड की बैठक में पहली बार पहुंचे राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी की मौजूदगी में बहुप्रतीक्षित भवन निर्माण उपविधि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी। केंद्र सरकार की ओर से सभी छावनियों के लिए एक मॉडल भवन निर्माण उपविधि का प्रस्ताव भेजा गया था। इसके आधार पर प्रत्येक कैंट बोर्ड को अपने उपविधि तैयार करने थे।
मेरठ कैंट बोर्ड ने एक एजेंसी की सहायता लेकर शहर की तर्ज पर मेरठ कैंट के भवन निर्माण उपविधि को तैयार किया। इसके तहत शहर की तरह ही बेसमेंट, बहुमंजिला भवन, पार्किंग, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सोलर पैनल जैसी सुविधाओं के लिए भी प्रावधान कर दिये गये हैं।
बोर्ड बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे , राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी, सीईओ जाकिर हुसैन, मनोनीत सदस्य डा.सतीश शर्मा व कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर के अलावा विभिन्न विषयों पर जानकारी के लिए इंजीनियर पीयूष गौतम, राजस्व अधीक्षक राजेश जॉन, भवन अधीक्षक दिनेश अग्रवाल, सफाई निरीक्षक अभिषेक गंगवार आदि शामिल हुए।
कैंट बोर्ड क्षेत्र में बनेगा थीम पार्क, डिजिटल लाइब्रेरी का भी बैठक में रखा गया प्रस्ताव
कैंट बोर्ड की बैठक में राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उनका लक्ष्य कैंट के आठ वार्डों की जनता को उनका हक दिलवाना है। किसी भी कार्य के लिए कैंट बोर्ड कोई प्रस्ताव या पत्र देगा तो उस प्रस्ताव को मंत्रालय तक पहुंचाना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कैंट क्षेत्र में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गो के लिए थीम पार्क का प्रस्ताव दिया। साथ ही एक डिजिटल लाइब्रेरी और कैंट अस्पताल के कायाकल्प के प्रस्ताव को भी बैठक में मंजूरी दी गई। कैंट अस्पताल में रिक्त पदों को संविदा पर भरा जाएगा। उपकरणों की व्यवस्था सांसद निधि से कराई जाएगी। इसके अलावा कि दिल्ली कैंट में 40 डॉक्टरों की ऑनलाइन सेवा लेने पर भी विचार हुआ।
इस पर भी हुआ विचार
● आबू नाले किनारे हो पौधारोपण
● कैंट को दिलवाया जाएगा नगर निकायों की तरह पैसा
● कूड़ा निस्तारण के लिए ली जाएगी एजेंसी की मदद
● एलईडी लाइटों की होगी खरीद
● एक कैटल कैचर, डंपर, रोड स्वीपिंग मशीन की होगी खरीद
●19 कर्मचारियों को एसीपी देने का प्रस्ताव भेजा जाएगा मध्य कमान
● नौ भवनों को अवैध निर्माण पर धारा 248 के नोटिस दिए जाएंगे
