मेरठ 12 दिसंबर (प्र)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शहर की लाइफ लाइन बिजली बंबा बाईपास चौड़ीकरण की कवायद तेज हो गई है। सिंचाई विभाग द्वारा रजवाहे पर कलवर्ट बनाने की एनओसी नहीं देने पर अब मेरठ विकास प्राधिकरण ने बाईपास किनारे की जमीन खरीदकर इसे चौड़ा करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अब इस 7 मीटर चौड़ी सड़क को 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा। बाईपास को 17 मीटर और चौड़ा करने के लिए मेडा जमीन खरीदेगा। बाईपास को 17 मीटर चौड़ा करने और करीब 7रू50 किलोमीटर लंबी बनाने के लिए मेडा को 12 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन खरीदनी होगी। मेडा ने बाईपास को विकसित करने के लिए रोड स्टेशन सर्वे (सड़क चौड़ीकरण में अड़चन बनने वाले स्पॉट आदि का चिह्नीकरण) कराना शुरू कर दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गत 19 नवंबर को समीक्षा बैठक करते हुए बिजली बंबा बाईपास को लखनऊ के ग्रीन कॉरिडोर की तर्ज पर पीपीपी मॉडल पर बनाने की संभावना तलाशने को कहा था। इसके बाद मंडलायुक्त भानू चंद्र गोस्वामी ने मेडा वीसी संजय कुमार मीना को इस पर काम करने के निर्देश दिए थे।
कलवर्ट बनाकर करना था 14 मीटर चौड़ा
पहले बिजली बंबा बाईपास को चौड़ा करने के लिए रजवाहे पर कलवर्ट बनाने की योजना थी। इसके लिए सिंचाई विभाग से एनओसी मांगी गई थी, लेकिन नहीं मिली। पीपीपी मॉडल के तहत बाईपास को 14 की बजाय 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा।
मेडा वीसी संजय कुमार मीना का कहना है कि बिजली बंबा बाईपास चौड़ीकरण के लिए रजवाहे का उपयोग किया जाना था, लेकिन सिंचाई विभाग से इसकी एनओसी नहीं मिली है। अब इसे चौड़ा करने के लिए सड़क किनारे की जमीन को खरीदा जाएगा। मास्टर प्लान में प्रस्तावित सड़क का इस्तेमाल कर इसे 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा।
