मथुरा 29 जुलाई। अनिरुद्धाचार्य महाराज के विवादित बयान के बाद अब सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद महाराज का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो को लेकर अब दूसरे साधु-संतों ने प्रतिक्रिया दी है. वायरल वीडियो में प्रेमानंद महाराज लड़के और लड़कियों के चरित्र पर टिप्पणी कर रहे हैं, जिसको लेकर एक तरफ जहां कुछ संत उनके समर्थन में हैं, तो वहीं कुछ संतों ने इसका विरोध किया है. हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा, ‘संत समाज को दिशा दिखाते हैं. संत समाज के लिए मार्गदर्शक होते हैं. संत के ज्ञान का समाज पालन करता है. प्रेमानंद जी महाराज के बयान का समर्थन करता हूं.’
दरअसल, प्रेमानंद जी महाराज का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. 14 सेकेंड के वायरल वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज कहते दिख रहे हैं कि 100 में चार बच्चियां ही पवित्र हैं. हालांकि यह वीडियो अधूरे संदर्भ में वायरल किया जा रहा है. वायरल वीडियो 12 जून का है. प्रेमानंद जी महाराज के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए इस वीडियो के शुरुआत में ही यह बातचीत है.
दरअसल, एक महिला ने पूछा कि महाराज जी आजकल के समय में बच्चे चाहे अपनी पसंद से शादी करें या माता-पिता की पसंद में दोनों ही परिस्थिति में परिणाम अच्छे नहीं आते ऐसे में हम कैसे पता लगे कि कैसे अच्छे आएंगे?
इसके जवाब में प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि आजकल बच्चों और बच्चियों के चरित्र पवित्र नहीं है तो अच्छे कैसे आएंगे. हमारी सारी माताओं बहनों के पहले रहन-सहन देखो.हम अपने गांव की बात बता रहे हैं. बूढ़ी थी पर इतने से नीचे इतना घूंघट रखती थीं. आज बच्चे बच्चियां कैसी पोशाकें पहन रहे हैं कैसे आचरण कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि एक लड़के से ब्रेकअप दूसरे से व्यवहार फिर दूसरे से ब्रेकअप फिर तीसरे से व्यवहार और व्यवहार व्यभचार में परिवर्तित हो रहा है. कैसे शुद्ध होगा? मान लो हमें चार होटल के भोजन खाने की जबान में आदत पड़ गई है तो घर की रसोई का भोजन अच्छा नहीं लगेगा. जब चार पुरुष से मिलने की आदत पड़ गई है तो एक पति को स्वीकार करने की हिम्मत उसमें नहीं रह जाएगी. ऐसे ही लड़का जब चार लड़कियों से व्यभिचार करता है तो वो अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रहेगा. उसे चार से व्यभिचार करना पड़ेगा क्योंकि उसने आदत बना ली है. हमारी आदतें खराब हो रही है.
महंत राजू दास ने प्रेमानंद का किया समर्थन
इसके अलावा महंत राजू दास ने कहा, ‘उन्होंने सही कहा है. समाज में अभद्रता बढ़ रही है. समाज को आईना दिखाने का प्रेमानंद महाराज ने प्रयास किया है.’ विवादित बयान देते हुए राजू दास ने कहा, ‘समाज में अर्धनग्न घूम रहे हैं. यह उचित नहीं है. मातृशक्ति पूजा के योग्य है. लेकिन अर्धनग्नता नहीं है. यह समाज स्वीकार नहीं करेगा. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव को लेकर मौलवी ने अभद्र टिप्पणी की थी. बहुत ही अभद्र टिप्पणी की थी. इस्लाम ढका हुई महिला को स्वीकार करता है और यहां लोग अर्धनग्रम घूम रहे हैं. प्रेमानंद महाराज ने सही कहा है. संत समाज को दिशा देते हैं.’
शशिकांत दास ने प्रेमानंद महाराज को दी सलाह
वहीं सरयू आरती स्थल के अध्यक्ष शशिकांत दास ने कहा कि वृंदावन के संतों में प्रेमानंद महाराज का विशेष स्थान है. प्रेमानंद जी महाराज का बयान चिंताजनक है. लाखों लोग प्रेमानंद महाराज को सुनते हैं. ऐसे बयान से बचना चाहिए. ऐसे बयान से सामाजिक पारीक्षेत्र पर असर पड़ता है. प्रेमानंद महाराज ने जो बयान दिया है वो चिंताजनक है.
‘ऐसे बयानों से बचना चाहिए’
वहीं इस बयान को लेकर युवाओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. युवाओं का कहना है कि आज की जनरेशन के विचार अलग हैं और समाज में ‘सिचुएशनशिप’ और ‘बेंचिंग’ जैसी आधुनिक अवधारणाएं बढ़ रही हैं, जो सनातन धर्म की परंपराओं से मेल नहीं खातीं. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि धर्मगुरुओं को इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे लड़कियों के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनता है और उनके चरित्र पर सवाल उठते हैं. युवाओं का कहना है कि आज के दौर में लड़के-लड़कियों को साथ मिलकर समाज में आगे बढ़ना होता है और ऐसे बयानों से लैंगिक भेदभाव को बढ़ावा मिलता है.