Sunday, December 21

अवैध प्रवासी-रोहिंग्या को चिह्नित करने को झुग्गी बस्ती बसाने वालों को नोटिस भेज रही पुलिस

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मेरठ 11 दिसंबर (प्र)। यूपी में अवैध प्रवासियों और रोहिंग्या के सत्यापन के लिए बड़ा अभियान शुरू किया गया है। इसी कार्रवाई के दौरान मेरठ पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। निजी जमीनों पर झुग्गी बस्ती बनाकर बाहर से आए लोगों को जगह देने वालों को पुलिस नोटिस भेज रही है।

इन लोगों को बाहर से आए लोगों के दस्तावेज और जानकारी पुलिस को नहीं देने का आरोप है साथ ही सत्यापन नहीं कराने को लेकर सख्ती की जा रही है। दूसरी ओर, पुलिस अधिकारियों की मानें तो बाहर से आकर रहने वाले लोगों का यदि कोई आपराधिक रिकॉर्ड मिला तो झुग्गी बस्ती बसाने वाले जमीन मालिकों को आपराधिक संरक्षण का आरोपी बनाया जाएगा।

मेरठ में रोहिंग्या और बाहरी लोगों की पहचान के लिए अभियान शुरू किया गया है। अभी तक 12 झुग्गी बस्तियों में 600 परिवार को चिन्हित किया गया है, जिनमें 3350 लोगों के दस्तावेज पुलिस ने जुटाए हैं। इनमें से 90 प्रतिशत आसाम के डिब्रूगढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस को पता चला है कि कुछ लोगों ने अपनी जमीन पर झुग्गी बस्ती बनाने के लिए जगह बाहर से आए लोगों को दी। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि फिलहाल इन बस्ती बसाने और किराया वसूलने वाले लोगों को नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं।

200 संदिग्ध घुसपैठियों की लिस्ट असम-बंगाल भेजी
बागपत पुलिस और खुफिया विभाग ने अभियान चलाकर जिलेभर में 200 संदिग्ध घुसपैठियों को तलाशा है। ये लोग पश्चिमी बंगाल और असम के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इनके आधार कार्ड, पहचान पत्र और मूल निवास प्रमाण पत्र चेक किए, तो वे संदिग्ध प्रतीत हुए। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने पश्चिमी बंगाल और असम के प्रशासनिक अधिकारियों को रिपोर्ट भेजते हुए संदिग्धों के आधार कार्ड और मूल निवास प्रमाण पत्रों को सत्यापति करने के लिए रिपोर्ट भेजी है।

आसाम और बंगाल से कराया जा रहा सत्यापन
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि झुग्गी बस्तियों में सत्यापन अभियान के दौरान अभी तक सबसे ज्यादा लोग आसाम के डिब्रूगढ़ के मिले हैं। एक ही जगह के इतने लोगों को मिलना संदेह पैदा कर रहा है। ऐसे में डिब्रूगढ़ पुलिस और आसाम पुलिस के अधिकारियों से बातचीत कर यहां से बरामद दस्तावेज को भेजा है। इनका सत्यापन कराकर रिपोर्ट मांगी गई है। एसएसपी ने बताया कि बात नहीं बनी तो लखनऊ मुख्यालय से संपर्क कराकर रिपोर्ट मांगी जाएगी।

सरकारी जमीन खाली कराएं : डीआईजी
कई जगह पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर झुग्गी बस्ती बनाई गई हैं। पुलिस अपना सत्यापन अभियान चला रहा है। संबंधित विभाग को भी कहा गया है कि वे सरकारी जमीन पर हुए इस अतिक्रमण और अवैध कब्जे को हटाकर जमीन खाली कराए। दूसरी ओर, बताया कि यदि किसी अपराधी को इस तरह की झुग्गी बस्ती में रहने के लिए जगह दी गई तो झुग्गी बस्ती बसाने वालों पर आपराधिक संरक्षण की कार्रवाई कराई जाएगी।

खड़ौली और भोला रोड की बस्तियों में सत्यापन अभियान
बुधवार को एसपी सिटी के नेतृत्व मेंफोर्स, एएचटीयू और बाकी टीम के साथ खड़ौली और भोला रोड पर झुग्गी बस्तियों में सत्यापन अभियान चलाया। इस दौरान आसाम के बरपेटा, बोंगाईगांव एवं गोलपाड़ा के रहने वाले कुल मिलाकर 61 परिवार के 123 सदस्य मिले। इनके आधार कार्ड और पहचान पत्र को पुलिस ने सुरक्षित कराया है। आसाम पुलिस से डाटा साझा कर सत्यापन कराने को कहा है।

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