मेरठ 03 नवंबर (प्र)। ईव्ज चौराहे की शिवपुरी कालोनी स्थित एक कांप्लेक्स में गुरुवार को स्थानीय महिलाओं व लोगों ने फीस्ट हाउस कैफे में छापेमारी कर पाश्चात्य संगीत पर सिगरेट व बीयर पीकर डांस करते लड़के-लड़कियां पकड़े। लोगों ने वीडियो बनाकर हंगामा किया तो सब मुंह छिपाकर भागने लगे। कैफे के केबिन से एक लड़का-लड़की को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने स्थानीय निवासियों को शांत कर एक लड़की समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया, जबकि कैफे मैनेजर भागने में सफल रहा। पुलिस ने कैफे को सीज कर कार्रवाई की रिपोर्ट एडीएम सिटी ब्रजेश कुमार सिंह को भेजी है। लड़का-लड़की को स्वजन को सौंप दिया गया है।
पार्षद उत्तम सैनी ने बताया कि काफी दिनों से शिवपुरी में एक कांग्रेस नेता की बिल्डिंग में फीस्ट हाउस कैफे में अश्लील गतिविधियां व देह व्यापार की सूचना स्थानीय निवासी दे रहे थे। पुलिस अधिकारियों को भी कई बार सूचना दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। कैफे में रोज स्कूली ड्रेस में लड़कियां लेकर गैर समुदाय के लड़के आते थे। यहां बीयर, हुक्का पार्टी व अश्लील डांस होता था। पुलिस के सुनवाई नहीं करने पर स्थानीय निवासियों ने खुद कार्रवाई का फैसला लिया। गुरुवार को पार्षद उत्तम सैनी के नेतृत्व में लोग एनएएस कालेज पर एकत्र हुए। मीडियाकर्मियों के साथ कैफे पहुंचे। यहां लड़के-लड़की डांस कर रहे थे।
आरोप है कि सभी नशे में थे। कैफे में बनाए गए छोटे-छोटे केबिन में बीयर व सिगरेट पी जा रही थी। एक लड़का- लड़की आपत्तिजनक स्थिति में मिले। पार्षद का आरोप है कि सभी की वीडियो बनाई जाने लगी तो भगदड़ मच गई। मुंह छिपाकर सभी लड़के-लड़की व कैफे का मैनेजर फरार हो गया। लोगों ने केबिन में मिले लड़का-लड़की को पकड़ लिया। सूचना पर इंस्पेक्टर सिविल लाइन समर बहादुर सिंह व चौकी प्रभारी हाशिमपुरा शिव शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने लड़के, लड़की व तीन कर्मचारियों को हिरासत में लेकर कैफे बंद करा दिया। बाद में उसे सीज कर दिया गया।
आपत्तिजनक सामग्री, नशीला पदार्थ मिला, फिर रिपोर्ट दर्ज नहीं
कैफे से पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री, फ्रिज में रखी बीयर, नशीला पदार्थ बरामद किया, लेकिन पार्षद उत्तम सैनी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पार्षद व मौके पर मौजूद लोगों का आरोप है कि पुलिस के सामने ही कैफे मैनेजर व लड़कियां लेकर आए लड़के फरार हो गए, लेकिन उन्हें पकड़ने का प्रयास नहीं किया गया। पार्षद का आरोप है कि कैफे से आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है। पहले भी इस कैफे को इन्हीं गतिविधियों के कारण बंद किया गया था। फिर यह कैसे शुरू हुआ ? लोगों ने सिविल लाइन थाना पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए एसएसपी से जांच की मांग की। उधर, इंस्पेक्टर समर बहादुर सिंह ने बताया कि पकड़े गए लड़का- लड़की बालिग थे। उन्हें स्वजन के हवाले किया गया है। कैफे के पकड़े गए तीन कर्मचारी रसोइया हैं। फीस्ट हाउस कैफे में हुई घटना, हंगामे व क्रियाकलाप की रिपोर्ट एडीएम सिटी को भेजकर कैफे सीज कर दिया है। शुक्रवार को एडीएम जांच करेंगे। इसके बाद कैफे संचालक व अन्य के पर कार्रवाई की जाएगी।