मेरठ 11 अगस्त (प्र)। भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले छह वर्षों से विधानसभा और लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वाले दलों पर बड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश के 115 राजनीतिक दलों की मान्यता समाप्त कर पंजीकृत दलों की सूची से बाहर कर दिया है। वेस्ट यूपी से हरित प्रदेश विकास पार्टी, पश्चिम उत्तर प्रदेश विकास पार्टी, राष्ट्रीय मजदूर किसान पार्टी आदि शामिल हैं।
एक्स पर पोस्ट में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने वर्ष 2019 से लगातार छह वर्षों तक विधानसभा एवं लोकसभा का कोई भी चुनाव न लड़ने वाले और उत्तर प्रदेश में स्थित अपने पंजीकृत पते पर वजूद न रखने वाले 115 राजनीतिक दलों को पंजीकृत राजनीतिक दलों की सूची से बाहर कर दिया है। सूची से बाहर किए गए 115 राजनीतिक दल लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 29 बी एवं धारा 29 सी के साथ पठित आयकर अधिनियम 1961 के सुसंगत प्राविधानों एवं चुनाव चिन्ह (आरक्षण एवं आवंटन) आदेश 1968 के अंतर्गत राजनीतिक दलों को मिलने वाले किसी भी लाभ को प्राप्त करने के हकदार नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पंजीकृत राजनीतिक दलों को सूची से बाहर करने के आयोग के आदेश से यदि कोई क्षुब्ध है तो आदेश की तिथि से 30 दिनों के भीतर आयोग को अपील कर सकता है। सूची सभी जिलों को जारी कर दी गई है।
वेस्ट यूपी के इन दलों की मान्यता समाप्त हुई
● बागपत: हरित प्रदेश विकास पार्टी
● बिजनौर: भारत दल, इंडियन बहुजन समाजवादी पार्टी, कठोर शासन पार्टी, नेशनल अमन पार्टी
● बुलंदशहर: अमन पार्टी ऑफ इंडिया, संघर्ष पार्टी ऑफ इंडिया
● हापुड़: राष्ट्रवादी प्रताप सेना
● मुजफ्फरनगर: भारत जनता दल (तुगलक), मार्क्सवादी जनता पार्टी
● गौतमबुद्धनगर: हिन्दुस्तान क्रांतिकारी दल, जनक्रांति समाज पार्टी, मदर इंडिया पार्टी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश विकास पार्टी, राष्ट्रीय मजदूर किसान पार्टी
● गाजियाबाद: अखंड भारतीय कवच पार्टी, जय हिंद जय भारत पार्टी, लोहिया संयुक्त समाजवादी पार्टी, लोकतांत्रिक मानवतावादी पार्टी, राष्ट्रवादी प्रजा दल, शांति मोर्चा।