मेरठ 15 मार्च (प्र)। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा पत्र लीक मामले में एसटीएफ ने आजबड़ा खुलासा किया। दरअसल, पेपर लीक करने में ट्रांसपोर्ट के तीन कर्मियों की भूमिका प्रकाश में आई। एसटीएफ ने तीन आरोपियों को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस को आरोपियों के पास दूसरी पाली का पेपर बरामद हुआ। वहीं आरोपियों के मोबाइल से पेपर लीक को लेकर महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। शुक्रवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया।
एसटीएफ प्रभारी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि 18 फरवरी को यूपी पुलिस की परीक्षा थी, लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले दूसरी पाली का पेपर लीक हो गया था। इसके बाद एसटीएफ आरोपियों की धरपकड़ में शुरू हो गई थी। डीजीपी यूपी के मुताबिक पेपर लीक के मामले में पुलिस ने अब तक उत्तर प्रदेश से 396 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मेरठ से अब तक कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
एसटीएफ ने पेपर लीक करने वाले मुख्य तीन आरोपियों को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए तीनों आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी में कर्मचारी हैं। एसटीएफ तीनों आरोपियों को पकड़कर कंकरखेड़ा थाने ले आई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों की पहचान अभिषेक शुक्ला पुत्र ब्रह्मदेव शुक्ला निवासी विक्रमपुर थाना ममरेज जिला प्रयागराज, शिवम गिरी पुत्र राम अचल गिरी निवासी मिर्जापुर व रोहित पांडे पुत्र विजय नाथ पांडे जिला भदोही के रूप में हुई है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट कंपनी में ही काफी समय से नौकरी कर रहे थे। नौकरी के दौरान ही तीनों एक दूसरे के संपर्क में आए थे। इसके बाद आरोपियों ने पेपर लीक करने वाले गिरोह से संपर्क किया था। जहां उनका 15 लाख रुपए में पेपर लीक कराने का सौदा तय हुआ था। इसके बाद आरोपियों ने फोटो खींचकर पेपर लीक कर दिया था।