मेरठ 13 दिसंबर (प्र)। मेरठ में एक दिव्यांग युवती को रोडवेज कंडक्टर ने चलती बस से नीचे फेंक दिया। युवती ऑफिस जाने के लिए जैसे ही बस में चढ़ी। उसने अपना दिव्यांग पास कंडक्टर को दिखाया। ये देखते ही वह भड़क गया। युवती के बाल पकड़कर उसे बस से नीचे की ओर धक्का दे दिया।
युवती साहिबाबाद में जॉब करती है। घटना गुरुवार की मोहन नगर मोड़ के पास की है। लड़की के परिवार वालों ने शुक्रवार को रोडवेज अफसरों कंडक्टर से शिकायत की। जिसके बाद आरोपी कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। घटना सिवालखास क्षेत्र की है।
सिवालखास की एक दिव्यांग युवती साहिबाबाद की सेंट कंपनी में जॉब करती है। वह गुरुवार सुबह ऑफिस जाने के लिए घर से निकली। गाजियाबाद के मोहन नगर मोड़ पर युवती ने रोडवेज बस को हाथ का इशारा देकर रुकवाया। बस में चढ़ते ही उसने अपना पास कंडक्टर को दिखाया। यह देखते ही वह गुस्से से लाल हो गया। उसने ड्राइवर को आवाज देकर बस रोकने को कहा।
युवती को ऑफिस जाने में देरी हो रही थी। उसने जैसे ही बस में चढ़ने का प्रयास किया, परिचालक ने धक्का दिया और थप्पड़ भी मार दिया। युवती ने भी विरोध किया तो आरोपी परिचालक ने बाल पकड़कर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उसे नीचे फेंक दिया। युवती जमीन पर गिर गई। जैसे ही युवती ने अपना मोबाइल निकाल कर वीडियो बनाने का प्रयास किया, आरोपी परिचालक ने मोबाइल छीन कर जमीन पर पटक दिया।
इस नजारे को बस में मौजूद सवारियों के साथ ही सड़क पर खड़े कुछ लोगों ने भी देखा, लेकिन किसी ने विरोध नहीं किया। इसके बाद आरोपी परिचालक गाली गलौज करता हुआ बस लेकर वहां से रवाना हो गया। युवती रोने लगी। वह अपने ऑफिस पहुंच गई। शाम को वापस आने के बाद युवती ने अपने साथ घटी घटना के बारे में परिवार को बताया। रोडवेज के कुछ कर्मचारियों ने इस परिवार की मदद की और फोन पर अफसर से बात कराई। युवती के भाई ने पूरी घटना फोन पर ही अफसर को बताई। अफसर ने परिवार को कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
युवती के परिवार की तरफ से जो तहरीर दी गई थी, उसमें बस का नंबर (UP81BT7114) दिया गया था। रोडवेज के स्टाफ ने उस बस को ट्रेस किया तो वह रूट पर थी। आरोपी परिचालक की पहचान अमित के रूप में हुई। पहचान होने के बाद अमित को सस्पेंड कर दिया गया। उसे रूट से वापस बुला लिया गया।
