रायपुर 23 अक्टूबर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में छत्तीसगढ़ में सामने आए महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अपनी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया है। यह घोटाला छह हजार करोड़ का बताया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभियोजन शिकायत शुक्रवार को रायपुर में विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष ईडी द्वारा दायर की गई थी।
14 लोग नामित: इन्होंने कहा कि ईडी ने अभियोजन शिकायत में 14 लोगों को नामित किया है, जिनमें महादेव बुक ऐप के कथित मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के अलावा विकास छापरिया चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, सृजन एसोसिएट्स, पुनाराम वर्मा, शिव कुमार वर्मा, पुनाराम वर्मा, शिव कुमार वर्मा, यशोदा वर्मा, पवन नाथानी शामिल हैं।
197 पृष्ठों का आरोप पत्र सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था आरोपपत्र का सक्रिय भाग 197 पृष्ठों का है, जबकि अनुलग्नकों में लगभग 8,800 और पृष्ठ जोड़े गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कथित अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपये है।
हवाला ऑपरेशन: हाबड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए किया जाता है। भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए आवश्यक आत्म-प्रशंसा के लिए नकद में बड़े लेनदेन भी किए जा रहे हैं।
अगली सुनवाई में उम्मीद
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अदालत 25 नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई पर आरोपपत्र पर संज्ञान लेगी। ईडी ने पहले कहा था कि उसकी जांच से पता चला कि महादेव बुक यूएई स्थित एक सेंट्रल हेड ऑफिस से चलाया जाता था। इसमें कहा गया था कि यह अपने ज्ञात सहयोगियों को 70-30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर पैनल / शाखाओं की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होता है।