मेरठ 13 जनवरी (प्र)। मेरठ निवासी किशोर ने गोली मारकर आत्महत्या करने से पहले गरुण पुराण पढ़ी थी। गूगल में उसने आत्महत्या करने के बाद क्या होता? ये सर्च किया था। आत्महत्या करने से क्या सजा मिलती है? आत्मा कहां जाती है? इससे जुड़े वीडियो यूट्यूब पर देखे थे। इसका खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की और सर्च हिस्ट्री देखी। पुलिस ने किशोर का मोबाइल जब्त कर लिया है। तमंचा कहां से आया, इस एंगल पर भी पुलिस जांच कर रही है। 15 साल के किशोर ने रविवार शाम को खुद को कमरे में बंद कर गोली मार ली थी।
मूलरूप से बुलंदशहर के एक गांव निवासी महिला मेडिकल कॉलेज में नर्स हैं। वर्तमान में वह मेरठ के गढ़ रोड स्थित एपेक्स कॉलोनी में परिवार के साथ रहती हैं। छह माह पहले ही मकान खरीदा था। मकान में 17 वर्षीय बड़े बेटे और 15 साल का छोटा बेटा रहता था। एक साल पहले उनके पति की मौत हो गई थी।
शनिवार रात करीब आठ बजे नर्स की ड्यूटी खत्म होने के बाद वह बाइक से बड़े बेटे के साथ घर लौटीं। उस समय उनका छोटा बेटा घर की बालकोनी में खड़ा था। घर पहुंचकर मां और भाई ने गलत लड़कों के साथ रहने पर उसे फटकार लगाई। इसके बाद वह कमरे में चला गया और दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद कमरे से मां को गोली चलने की आवाज सुनाई दी। मां और बड़ा बेटा दौड़कर कमरे की ओर भागे। दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की तोड़कर वे कमरे में दाखिल हुए तो वहां छात्र लहूलुहान पड़ा था। पड़ोसियों की मदद से मां और भाई किशोर को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही मौके से तमंचा पुलिस ने बरामद किया। उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया।
पुलिस के मुताबिक किशोर गलत संगत में पड़ गया था। इसी के चलते उसने 2024 में नौवीं की पढ़ाई छोड़ दी। इससे परिजन नाराज थे। इसी को लेकर उसे डांट पड़ी थी। बुलेट बाइक उसकी बेच दी थी। छात्र की मौत की जानकारी जैसे ही उसके पैतृक गांव पहुंची तो वहां से अन्य परिजन भी मेरठ आ गए। मां और भाई रोते हुए पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें समझा-बुझाकर बुलंदशहर भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद रात में पैतृक गांव ले जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।