मेरठ 16 फरवरी (प्र)। दस साल की एक बच्ची ने खुद के अपहरण की ऐसी पटकथा लिखी कि पुलिस और अभिभावक दर्शक बनकर रह गए। पुलिस को बच्ची के अपहरण की सूचना मिली तो उसके होश उड़ गए। कुछ घंटों में तक्षशिला कालोनी के गेट पर हाथ-पैर बंधी बच्ची को लोगों ने देखा तो पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जांचे तो बच्ची की हरकत की पोल खुली। पिता के स्कूल में जाकर शिकायत करने की बात कहने पर बच्ची ने खुद ही हाथ पैर बांध कर अपहरण का नाटक रचा था।
जागृति विहार सेक्टर आठ की रहने वाली दस साल की बच्ची तीसरी क्लास में पढ़ती है। बुधवार रात को वह घर के पास में अपनी दादी के घर सोने के लिए गई थी। बृहस्पतिवार सुबह करीब सवा आठ बजे वह पिता के पास जाने के लिए निकली, लेकिन खुद पर कंबल डालकर अपहरण का नाटक रच दिया। बच्ची ने पुलिस और परिजनों को बताया कि वह दादी के घर से पिता के पास जा रही थी।
इसी दौरान कार सवार बदमाश आए और उन्होंने कंबल डाल दिया और कार में डालकर अपहरण कर लिया। पहले तो वह घर में ले गए और कमरे में बंद करके पता और पिता का नंबर पूछा। इसके बाद हाथ- पैर बांधकर चले गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कोई अपहरण की बात सामने नहीं आई। बच्ची खुद ही हाथ पैर बांधते हुए सीसीटीवी में दिखाई दे रही है मेडिकल थाना प्रभारी सूर्यदीप सिंह ने बताया कि पिता की डांट के चलते उसने अपहरण का नाटक रचा। बच्ची ने अपने परिजनों से माफी मांगी है।
साढ़े छह घंटे तक सीसीटीवी खंगालती रही पुलिस
सुबह करीब सवा आठ बजे बच्ची अपस्त हुई नी बजे पुलिस को परिजनों ने अपहरण के बारे में सूचना दी। इसके बाद पुलिस की टीम बरामदगी के लिए जुट गई। पुलिस ने 12 बजे के करीब बरामद कर लिया। लेकिन साढ़े तीन बजे पुलिस को जब फुटेज मिली और किशोरी के अपहरण के नाटक की बात सामने आई, तब ही पुलिस ने राहत की सांस ली। साढ़े छह घंटे तक पुलिस के होश उड़े रहे।
लोगों ने किया हंगामा, बाद में सब हुए शांत
हाथ-पैर बंधी बच्ची मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट गया था। लोगों का कहना था कि यह दस दिन के अन्दर दूसरी घटना है, इससे पहले भी एक किशोरी के साथ ऐसी हरकत करके हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी में मामला स्पष्ट हुआ तो लोग शांत हुए।