मेरठ 23 नवंबर (प्र)। सीडीए से रिटायर्ड अफसर सुखमान चंद्र जैन को डिजिटल अरेस्ट कर 15 लाख की ठगी करने वाले एक आरोपी लेखराज को पुलिस राजस्थान के सीकर से गिरफ्तार कर लिया। लेखराज ने साइबर ठगों काे अपना बैंक खाता एक लाख में किराए पर दिया था। पुलिस अभी तक साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हो रही है।
नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी 78 वर्षीय सुखमान चंद्र जैन सीडीए से रिटायर्ड हैं। आठ नवंबर को उनके पास अनजान नंबर से काल आई। कालर ने खुद को साइबर क्राइम अफसर दीपक यादव बताया। वीडियो कॉल पर दीपक यादव ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। उसने रिटायर्ड अफसर से कहा कि उनका गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। मानव अंगों की तस्करी करने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। उनके अंग अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की रकम में बेचे गए है।
बच्चों के परिजनों को शव सौंपने के लिए भी 68 लाख की फिरौती वसूली गई है। यह रकम आपके एचडीएफसी बैंक खाते में जमा कराई गई। इतना सुनते ही बुजुर्ग घबरा गए। उनके डरने का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने उनसे निजी जानकारी ले ली।
इसके बाद आठ नवंबर को उन्हें वीडियो कॉल पर लेकर घर के अंदर ही डिजिटल अरेस्ट कर लिया। वीडियो में पीछे पूरा बैकग्राउंड घर से बाहर जाने और किसी से मिलने पर बड़ी मुसीबत में फंसने का डर दिखाया गया। उसके बाद 15 लाख की रकम खाते से आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर ली।
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि पकड़े गए लेखराज ने बताया कि साथी महावीर रूलानिया निवासी सामियो की दाडी सूलियावास के पास थाना दातारामगढ सीकर राजस्थान के साथ कस्बा दाता में चाय की दुकान पर बैठ थे। तभी महावीर ने अपने दोस्त रमेश ओला निवासी बावडी सिम्भापुरा नागौर राजस्थान को बुलाया।
रमेश ने कहा कि मेरा खाता सीज हो गया है। हमारी कुछ रकम अपने खाते में मंगा लो। उसके लिए तुम्हें भी खाते का किराया दे देंगे। लालच में आकर लेखराज ने अपने खाते में ठगी के 15 लाख डलवा लिया। उसके बाद उक्त रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया। यह रकम भगवान सहाय और अन्नु कुमारी निवासी सीकर राजस्थान के खाते मे भेजी गई है। अन्नु और उसके भाई मनोज के माध्यम से लेखराज को बतौर खाते का किराया एक लाख रुपए दिए गए थे।