Sunday, December 22

कंकरखेड़ा में आवारा कुत्तों व बंदरों का आतंक, तीन दिन में 12 लोगों को किया जख्मी

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मोदीपुरम, 22 नवंबर (प्र)। आवारा कुत्ते और बंदर कंकरखेड़ा क्षेत्र में आए दिन बच्चों से लेकर बुजुर्गों पर गलियों और घरों की छतों पर हमला कर घायल कर रहे हैं। सिर्फ तीन दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो वह बहुत ही चौंकाने वाले हैं। 19, 20 और 21 नवंबर को पालतू आवारा कुत्ते और बंदरों के हमलों से 12 लोग घायल हो गए, जिन्होंने घायल होने के 24 घंटे के भीतर एंटी रैबीज वैक्सीन का पहला टीका लगवाया।

कंकरखेड़ा कस्बा, आंबेडकर रोड, सरधना रोड, खिर्वा रोड, डिफेंस एंक्लेव, रोहटा रोड आदि क्षेत्रों में आवारा और पालतू कुत्ते लगातार लोगों पर हमला कर रहे हैं। कई बार नगर निगम की ओर से ऐसे कुत्तों को पकड़ने का अभियान भी चलाया गया, मगर वह सिर्फ एक, दो दिन चलाकर खानापूरी कर दी गई।
दूसरी ओर, कुत्तों के डर से बच्चे और बुजुर्ग घरों से बाहर निकलने से भी बच रहे हैं। यद वह घर की छत पर जाकर टहलते हैं तो बंदर वहां भी हमला कर घायल कर देते हैं। लोगों के सामने समस्या है कि आखिर वह इन आवारा आतंक से बचकर जाएं तो जाएं कहां ?
कंकरखेड़ा में दांतल सीएचसी केंद्र के आंकड़ों पर नजर डाले तो महज महज तीन दिन 19 नवंबर को दो, 20 नवंबर को पांच और 21 नवंबर को पांच लोगों ने कुत्तों के हमले में घायल होने पर एंटी रैबीज वैक्सीन का पहला टीका लगवाया है। वहीं, इन तीनों दिनों में पहली, दूसरी, तीसरी और चौथा टीका लगवाने वालों की कुल संख्या 68 है।

24 घंटे में लगवाना चाहिए पहला टीका
कंकरखेड़ा के दांतल सीएचसी में चिकित्सा अधीक्षक डा. अमर सिंह ने बताया कि तीन दिन में पहला टीका लगवाने वालों की संख्या 12 थी, वहीं तीन दिन में पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा टीका लगवाने वालों की संख्या 68 है।
अगर, कुत्ता व बंदर जख्मी कर दें तो 24 घंटे के भीतर एंटी रैबीज का पहला टीका लगे। जबकि दूसरा टीका तीसरे दिन, तीसरा टीका सातवें दिन और चौथा टीका 28वें दिन लगता है।

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