मेरठ 29 जुलाई (प्र)। मेडिकल अस्पताल की इमरजेंसी में मानवीय संवेदनाएं तार-तार हो गईं। सड़क हादसे में लहूलुहान मरीज तड़प-तड़पकर दम तोड़ गया, लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर कुर्सी पर पैर रखकर सोता रहा। जब परिजनों ने डॉक्टर को उठाने की कोशिश की तो दूसरे डॉक्टर और स्टाफ ने विरोध कर दिया। इस बीच तीमारदार ने वीडियो बना ली और सोमवार सुबह जब वीडियो वायरल हुई तो मेडिकल अस्पताल में हड़कंप मच गया। आननफानन में इमरजेंसी में तैनात दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया। हालांकि हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
गढ़ रोड स्थित हसनपुर कला निवासी मरीज सुनील के पिता अशोक कुमार ने बताया कि रविवार देर रात उनका बेटा सुनील पास के ढाबे पर खाना खाने जा रहा था। सिसौली गांव के पास किसी वाहन ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल सुनील को तत्काल मेडिकल अस्पताल लाए और रात करीब 12रू30 बजे इमरजेंसी में भर्ती कराया। सुनील के परिजनों का आरोप है कि इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर कुर्सी पर पैर रखकर सोता रहा और सुनील तड़पता रहा। कई बार डॉक्टर को जगाने की कोशिश की तो दूसरा डॉक्टर और स्टाफ विवाद करने लगा। काफी मशक्कत के बाद डॉक्टर उठा, लेकिन आरोप है कि ठीक से इलाज नहीं किया। सुनील के घाव तक नहीं देखे। सुनील का लगातार खून बहता रहा, लेकिन उसकी ड्रेसिंग तक नहीं की गई। बार-बार विनती की कि उसे इलाज की जरूरत है, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। आखिरकार सुनील ने सुबह दम तोड़ दिया।
एडीएम सिटी और सीएमओ करेंगे जांच
डीएम डॉ. वीके सिंह का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में एक मरीज की मौत और लापरवाही को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो का संज्ञान लेकर एडीएम सिटी और सीएमओ के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की ओर से दो को निलंबित किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। किसी मरीज के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कॉलेज प्रशासन ने भी गठित की जांच कमेटी
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने घटना की जांच के लिए तीन चिकित्सकों की जांच कमेटी बनाई है, जो एक सप्ताह में रिपोर्ट कॉलेज प्रशासन को देगी। वहीं, डीएम ने भी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें सीएमओ डॉ अशोक कटारिया, एसीएमओ डॉ प्रवीण गौतम, एडीएम सिटी बृजेश कुमार को शामिल किया है। वहीं, सीएमओ ने बताया कि प्राथमिक जांच में जेआर की लापरवाही सामने आई है। इलाज से संबंधित कागज मांगे गए हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का हंगामा
सुनील की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया और एसडीएम सिटी ब्रजेश कुमार सिंह ने शांत कराने का प्रयास किया। हसनपुर कला के प्रधान जग्गी ने बताया वह भी रात तीन बजे इमरजेंसी में पहुंचे थे, तब डॉक्टर सो रहा था।
तत्काल कार्रवाई की
मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई की। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि रात में ड्यूटी पर तैनात ऑर्थाेपेडिक विभाग के डॉ. अनिकेत और डॉ. भूपेश कुमार राय को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है।