मेरठ, 09 सितंबर (प्र)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग फिर जोर पकड़ रही है। गत दिवस मेरठ में पश्चिमी यूपी संघर्ष मोर्चा की बड़ी बैठक हुई। बैठक में मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद डॉ. संजीव बालियान ने पुनः वेस्ट यूपी को अलग राज्य बनाने की बात कही। कहा यह मांग बड़ा जनांदोलन बनेगी। उन्होंने कहा कि अगर बटवारा होगा तो पश्चिम में किसान का राज होगा। वहीं उन्होंने कहा कि वेस्ट यूपी के विकास के लिए बटवारा जरूरी है। इसके अलावा पूर्व सीएम मायावती ने उत्तर प्रदेश के बंटवारे को लेकर विधानसभा में विधेयक पास किया था। लेकिन, कभी जाति और कभी धर्म के मुद्दे को लेकर बंटवारे की बात ठंडे बस्ते में डाल दी गई। उन्होंने कहा कि अगर युवा इस मामले में जुड़ेंगे तो बात दूर तक जाएगी और बटवारा होकर रहेगा।अब संजीव बालियान के इस बयान पर सियासत गर्मा गई है।
मेरठ में किठौर सीट से सपा विधायक शाहिद मंजूर ने बड़ा बयान दिया। शाहिद मंजूर ने कहा है कि पश्चिमी यूपी अलग राज्य बने जरूरी है। सरकार को इस पर फैसला लेना है। संजीव बालियान तो अपनी सरकार में मंत्री रहे हैं तब यह मांग पूरी हो जानी चाहिए थी।
1986 से चली आ रही मांग
पूर्व मंत्री और मेरठ किठौर सीट से सपा विधायक शाहिद मंजूर ने कहा कि पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग बहुत पुरानी है। 1986 में भी इस पर आंदोलन हुआ। दिल्ली के पूर्व सीएम चौधरी ब्रहमप्रकाश वो मेरठ आए थे, गर्वनर रहे वीरेंद्र सिंह भी इसके समर्थन थे। हम भी इसके समर्थन में हैं। हाईकोर्ट बेंच की जो मांग सालों से चली आ रही है अगर वेस्ट यूपी अलग राज्य बना तो ये मांग पूरी होगी।
पूर्वांचल को नाराज करना नहीं चाहती सरकार
कहते हैं कि इलाहाबाद की एडवोकेसी काफी मजबूत है, इलाहाबाद हाईकोर्ट क्षेत्र से यूपी के ज्यादातर मंत्री आते हैं वो पूर्वांचल को नाराज नहीं कर सकते। कहते हैं कि एटा, इटावा, बरेली तक पश्चिमी यूपी राज्य हो उसके आगे दूसरा राज्य रहे। सरकार को ही इस पर फैसला लेना है। जब संजीव बालियान स्वयं सरकार में मंत्री थे तभी इस मुद्दे पर फैसला हो जाना चाहिए था। सरकार को इस पर निर्णय लेना चाहिए।