Friday, November 14

यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने की प्रक्रिया तेज, 74 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेसवे को लेकर हुआ मंथन

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मेरठ/ग्रेटर नोएडा, 14 नवंबर (प्र)। यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने की प्रक्रिया तेज हो गई है। यूपीडा ने 74.3 किमी लंबे ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए तीन प्रकार के डिजाइन पर मंथन किया।

गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे बनना है। यह 120 मीटर चौड़ा लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे पर 44.3 किलोमीटर यानी बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र से शुरू होगा और यमुना एक्सप्रेसवे के 24.8 किलोमीटर यानी सेक्टर-21 फिल्म सिटी के पास आकर जुड़ेगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अधिकारी गुरुवार को टीम के साथ यमुना प्राधिकरण पहुंचे। यहां पर उन्होंने यीडा के अफसरों के साथ लिंक एक्सप्रेसवे के डिजाइन पर चर्चा की। लिंक एक्सप्रेसवे का करीब 20 किलोमीटर का हिस्स यीडा क्षेत्र में है। बताया कि सेक्टरों की सड़कों को काटकर एक्सप्रेसवे न जाए, इसके लिए इसे पूरी तरह से एलिवेटेड बनाने या फिर आधा एलिवेटेड और आधा जमीन पर लेकर जाने का प्रस्ताव रखा गया। लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कुल 56 गांवों की भूमि पर होगा, जिनमें गौतमबुद्ध नगर के आठ और बुलंदशहर के 48 गांव हैं।
इस परियोजना का मकसद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बुलंदशहर, खुर्जा और स्याना जैसे जिलों को सीधे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ना है।

बैठक में यूपीईडा (न्च्म्प्क्।) के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी एसपी शाही और यीडा (ल्म्प्क्।) के सीईओ आरके सिंह ने मिलकर प्रस्तावित रूट पर चर्चा की। इस दौरान अंडरपास, यू-टर्न और एलिवेटेड हिस्सों जैसी इंजीनियरिंग संरचनाओं पर भी विस्तार से विचार हुआ, ताकि पास के सेक्टरों और गांवों की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सके।

नोएडा एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे का मार्ग कुल 56 गांवों की जमीन से होकर गुजरेगा। इन जमीनों का अधिग्रहण किसानों की सहमति से किया जाएगा। फिलहाल मुआवजे की दरों का निर्धारण प्रक्रियाधीन है।

परियोजना की अनुमानित लागत भूमि अधिग्रहण को छोड़कर करीब 60 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर आंकी गई है। एक्सप्रेसवे के बन जाने पर यात्रियों को गंगा एक्सप्रेसवे से सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचने की सुविधा मिलेगी। इससे यात्रा समय कम होगा और औद्योगिक क्षेत्रों की लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।

एक्सप्रेसवे का बढ़ जाएगा महत्व
मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे के यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए आगरा से ग्रेटर नोएडा तक की यात्रा और सुगम हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से मेरठ से प्रयागराज तक सीधा संपर्क स्थापित होगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्ट होने के बाद गंगा एक्सप्रेसवे का महत्व और बढ़ जाएगा।

साथ ही, नोएडा एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टर-28, 29, 32 और 33 से सीधे जुड़ा रहेगा। इससे एयरपोर्ट तक मालवाहक वाहनों की आवाजाही और अन्य मार्गों तक पहुंचना अधिक सुगम हो जाएगा।

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