सरधना 30 मई (प्र)। बीते मंगलवार की रात सरधना के छुर गांव में तीन बहनें संदिग्ध परिस्थिति में गायब हो गई। जिला प्रशासन तक हरकत में आ गया। सीओ और इंस्पेक्टर भारी फोर्स लेकर जंगल में रातभर सर्चिंग अभियान चलाया। बुधवार अलसुबह तीनों बहनें एक ईख के खेत से बरामद हो गई। मंगलवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि छुर गांव से तीन बहनें मनीषा (15), मानसी (13) व दीपा (7) पुत्री रकमबीर गायब हो गई हैं। कई घंटे तलाश करने के बाद भी तीनों बहनों का कुछ पता नहीं चल सका है। गांव से तीन बच्चियों के गायब होने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन तक मामले को लेकर हरकत में आ गया।
बच्चियों के गायब होने से तमाम सवाल पुलिस के सामने खड़े हो गए। सभी को उनके साथ अनहोनी होने की डर सता रहा था। रात को ही सीओ संजय जायसवाल व इंस्पेक्टर प्रताप सिंह पूरे थाने की फोर्स लेकर जंगल में सर्चिंग करने निकल पड़े। रातभर पुलिस द्वारा सर्चिंग अभियान चलाया गया। बुधवार अलसुबह करीब चार बजे तीना बहन ईख के खेत में छुपी मिली। बच्ची बरामद होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस बच्चियों को कोतवाली ले आई। पूछताछ करने पर बच्चियों ने बताया कि करीब दस माह पूर्व उनकी मां का निधन हो गया था।
तभी से पिता उनका उत्पीड़न करता है। आए दिन उनके साथ मारपीट करता है। जिसके चलते बच्ची दहशत के साए में जी रही हैं। पिता की दहशत के चलते बच्ची जान बचाने को जंगल में छुप गई थी। सूचना मिलने पर बच्चियों की नानी सुरेश पत्नी वेदपाल निवासी बामनोली बागपत कोतवाली पहुंची। पुलिस ने आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद बच्ची नानी के सुपुर्द कर दी। इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रताप सिंह का कहना है कि पिता के उत्पीड़न से परेशान तीन बहनें घर से चली गई थी। रातभर सर्चिंग करके उन्हें जंगल से बरामद कर लिया गया है। बच्ची उनकी नानी के सुपुर्द कर दी हैं।