मेरठ 22 सितंबर (प्र)। रोहटा रोड स्थित पॉश कॉलोनी में रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी के बन रहे तीन मंजिला अवैध निर्माण पर मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम ने सील लगा दी। इसके अलावा भी पूर्व रेलवे कर्मचारी के कई पॉश आवासीय कॉलोनी में करोड़ों रुपये के विला, फ्लैट व प्लाट है। वहां भी अवैध निर्माण चल रहा है। सभी पर मेडा की टीम ने जानकारी हासिल कर ली है। वहीं, दूसरी ओर आयकर विभाग की टीम भी रेलवे के पूर्व कर्मचारी की संपत्तियों पर नजर रख रही है। बहुत जल्दी आयकर की टीम रेलवे के पूर्व कर्मचारी से करोड़ों की संपत्ति के बारे में पूछताछ करके अपना शिकंजा कस सकती है।
बताया गया कि रोहटा रोड स्थित गोल्ड कोस्ट कॉलोनी में पूर्व रेलवे कर्मचारी डीपी सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह एक प्लाट पर पिछले कई दिनों से बिना नक्शों के अवैध निर्माण कर रहे थे। 10 दिन पहले मेडा की टीम ने उसके निर्माणाधीन मकान का चालान किया। इसके बाद भी उसने मकान पर निर्माण कार्य बंद नहीं कराया। तीन मंजिल पर भी लिंटर डाल दिया गया है।
गुरुवार को मेडा की टीम उसके मकान पर पहुंची और चल रहे निर्माण कार्य को बंद कराया। उसके तीन मंजिले अवैध निर्माण पर सील लगा दी। मेडा के इंजीनियर का कहना है कि उसके मकान का नक्शा पास नहीं है। चालान होने के बाद भी निर्माण कार्य चलता मिला। जिससे उसके मकान को सील कर दिया गया है।
करोड़ों का मालिक है रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी
आसपास के लोगों व कॉलोनी के रहने वाले ने आरोप लगाया कि पूर्व रेलवे कर्मचारी के पास रोहटा रोड पॉश कालोनी में तीन संपत्ति हैं, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये की है। इसके साथ उसके कई फ्लैट व दो विला है। उसने दिल्ली में भी अवैध रूप से संपत्तियां अर्जित कर रखी है। पता चला है कि रिटायरमेंट के बाद रेलवे कर्मचारी खुलकर संपत्तियों पर पैसा लगा रखा है। कई लोगों ने उसकी शिकायत आयकर विभाग से कर रखी है। आयकर उसके खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है।
विजिलेंस टीम को भी मिली शिकायत
आयकर विभाग के साथ इसकी शिकायत आसपास के लोगों ने विजिलेंस से भी की है वह भी इसके बैंक खातें, मकान व प्लाटों व अन्य लेनदेन पर नजर रखे हुए है विजिलेंस टीम भी इस रेलवे के पूर्व कर्मचारी पर कार्रवाई कर सकती है।