मेरठ, 29 सितंबर (प्र)। जब चारो तरफ अंधेरा हो जाता है और नौकरशाही से न्याय की उम्मीद टूटने लगती है। तब आम जनमानस को न्याय पाने के लिए अदालत की चौखट पर दस्तक देना पड़ता है। और यहीं न्याय मिलता भी है। इस न्याय दिलाने की प्रक्रिया में वकील के बिना आपकी बात न्यायाधीश के सामने कानूनी और संविधान सम्मत तरीके से पेश करना संभव नहीं।
इसी न्याय को दिलाने के लिए अधिवक्ता समाज दिनरात एक कर अपने क्लाइंट के लिए जी तोड़ मेहनत करता है। और उसी अधिवक्ता के पास कचहरी या अदालत परिसर में बैठने की व्यवस्था न हो तो काफी तकलीफदेह नजारा होता है। मगर, अधिवक्ताओं के इस दर्द को मेरठ बार एसोसिएशन ने समझा और एक बैठक कर यह फैसला लिया कि करीब तीन हजार अधिवक्ताओं को बैठने की व्यवस्था की जाए। इस फैसले से अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
बता दें कि मेरठ बार एसोसिएशन की एक आवश्यक बैठक पंडित नानक चन्द सभागार में की गयी। जिसकी अध्यक्षता कुंवर पाल शर्मा ने की तथा संचालन महामंत्री विनोद कुमार चौधरी ने किया गया।
इस बैठक में हजारों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे। इस दौरान चौंबर विहीन अधिवक्ताओं को बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने पर विचार विमर्श किया गया। इसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि करीब तीन हजार अधिवक्ताओं के पास कचहरी परिसर में विधि व्यवसाय हेतु बैठने के लिये चौंबर नहीं है। इसलिए वह अपने विधि व्यवसाय हेतु इधर-उधर भटकते रहते हैं। उनकी पीड़ा व जरूरत को देखते हुये बार एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि यदि कचहरी परिसर स्थित पश्चिमी कचहरी गेट के पास पुरानी चौंबर को गिराने के बाद चौंबर निर्माण हेतु विगत कई वर्षों से जो खाली स्थान पड़ा है, उस पर 30 सितंबर तक जनपद न्यायाधीश अथवा लॉ चौंबर कम्पनी द्वारा चैबर निर्माण कार्य शुरु नहीं कराया गया तो मेरठ बार एसोसिएशन एक कमेटी का गठन कर उसकी देख-रेख में उक्त खाली स्थान पर चैंबर निर्माण का कार्य प्रारम्भ करेगी। साथ ही वरिष्ठता के क्रम में अधिवक्ताओं को चौंबर आवंटित कराई जाएगी।
आवेदन के लिए अंतिम तारीख घोषित
बार एसोसिएशन ने कहा है कि जो चौंबर विहीन अधिवक्ता हैं वह मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा जारी चौंबर आवेदन पत्र के साथ बार काउंसिल द्वारा जारी सीओपी व मेरठ बार सदस्यता कार्ड संलग्न कर 05 अक्टूबर तक मेरठ बार एसोसिएशन के कार्यालय में जमा करा दें, ताकि चौंबर की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।