मेरठ 26 दिसंबर (प्र)। लंबे समय से चली आ रही टीपीनगर क्षेत्र में गंगाजल आपूर्ति की मांग अब पूरी हो सकेगी। जलनिगम नागर इकाई ने गंगाजल पाइप लाइन डालने व भूमिगत जलाशय बनाने के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। अधिकारियों का दावा है कि करीब एक साल बाद टीपीनगर पानी की टंकी से जुड़ी करीब दो लाख आबादी को गंगाजल मिलने लगेगा।
15वें वित्त आयोग की बैठक में महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने टीपीनगर क्षेत्र में गंगाजल आपूर्ति के लिए करीब 4.32 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की थी। इस प्रस्ताव पर जलनिगम नागर इकाई ने डीपीआर तैयार कर टेंडर किया है। मैसर्स सिंह कंस्ट्रक्शन को यह ठेका फाइनल हुआ है। बुधवार को निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। ठेकेदार ने निर्माण स्थल पर पाइप लाइन समेत अन्य सामग्री गिराने के साथ गुप्ता कालोनी – बागपत रोड के मोड़ पर गड्ढा खोदने का कार्य भी शुरू कर दिया है। भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मुख्य गंगाजल लाइन बागपत रोड से निकलते हुए घंटाघर स्थित टाउनहाल परिसर स्थित भूमिगत जलाशय पहुंचती है। बागपत रोड पर टीपी नगर थाने के आगे गुप्ता कालोनी के मोड़ से टीपी नगर पानी की टंकी तक गंगाजल ले जाने के लिए 500 डाया की करीब 470 मीटर नई पाइप लाइन डाली जाएगी।
पानी की टंकी के करीब वितरण पेयजल लाइनों में जोड़ने के लिए 90 मीटर 400 डाया की पाइप लाइन डाली जाएगी। एक भूमिगत जलाशय करीब 675 किलोलीटर क्षमता का बनाया जाएगा। पानी की टंकी तक गंगाजल चढ़ाने के लिए तीन पंप लगाए जाएंगे। पानी की टंकी की कुल क्षमता करीब 2500 किलोलीटर है। नौ महीने में ठेकेदार को काम पूरा करना होगा। इसके बाद तीन महीने तक जलनिगम ट्रायल पर रखेगा। इसके बाद व्यवस्था नगर निगम के जलकल अनुभाग को सौंप दी जाएगी।
इतने मोहल्लों को मिलेगा गंगाजल
गुप्ता कालोनी, रघुकुल विहार, गुजराती मोहल्ला,जगन्नाथपुरी, बेरीपुरा, कालिंदी रोड, कमलानगर, आंबेडकर चौक, सब्जी मंडी, पंजाबीपुरा, महावीर नगर, टीपीनगर बहादुर मोटर्स रोड, देवपुरी गली संख्या पांच आदि मोहल्लों को गंगाजल की आपूर्ति हो सकेगी। ये सभी मोहल्ले अभी टीपीनगर पानी की टंकी से जुड़े हैं। नलकूप का प्रतिदिन जलोहन करके जलापूर्ति की जाती है। भूगर्भ जलदोहन रुकेगा और लोगों को शुद्ध पेयजल गंगाजल के रूप में मिल सकेगा। लगभग इन क्षेत्रों में दो लाख आबादी बसती है।
अभी 90 में से 22 वार्डों में ही है गंगाजल आपूर्ति
शहर में गंगाजल की आपूर्ति 90 में 22 वार्डों में ही होती है। अब एक वार्ड बढ़ने से 23 वार्ड कवर हो जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के बाद भी नगर निगम क्षेत्र के 67 वार्डों को गंगाजल का इंतजार रहेगा। अभी केवल सिविल लाइंस स्थित सर्किट हाउस, घंटाघर क्षेत्र स्थित टाउनहाल परिसर, विकासपुरी और नौचंदी के भूमिगत जलाशय को गंगाजल आपूर्ति होती है। इससे करीब 20 लाख आबादी में से पांच लाख आबादी को ही गंगाजल आपूर्ति हो पाता है। सिविल लाइंस क्षेत्र, घंटाघर क्षेत्र, शास्त्रीनगर तक के मोहल्लों को गंगाजल मिलता है। लेकिन गंगानगर क्षेत्र, पूरा कंकरखेड़ा, दिल्ली रोड पर जैननगर, रेलवे रोड के कुछ मोहल्लों को छोड़कर परतापुर तक पूरा क्षेत्र गंगाजल से वंचित है। बागपत रोड क्षेत्र भी वंचित है।