मेरठ 24 अप्रैल (प्र)। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने एक और आरोपी को अरेस्ट किया है। एसटीएफ ने आरोपी को बागपत से पकड़ा है। आरोपी के पास से पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर, आनंसर सीट, एक मोबाइल और एक आधार कार्ड बरामद किया गया है।
आरोपी विक्रम सिंह पहल हरियाणा के जींद का रहने वाला है और यह गिरफ्तारी एसटीएफ की मेरठ फील्ड यूनिट की एक टीम ने पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे खेकड़ा फ्लाईओवर से की है। दिल्ली पुलिस के इस हेड कांस्टेबल की एसटीएफ को करीब एक माह से तलाश थी। सूत्रों ने जानकारी दी है कि राजीव नयन और रवि अत्री के बाद दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल विक्रम जीत सिंह की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। राजीव नयन और रवि अत्री की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा है कि विक्रम जीत को भी उस पर आसन्न गिरफ्तारी के खतरे व तेजी से कसते जा रहे एसटीएफ के शिकंजे की भनक लग गयी थी। तभी वह करीब एक माह से फरार चल रहा था।
एसटीएफ के एएसपी ब्रिजेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच में विक्रम जीत सिंह का नाम सामने आया था। तभी से इसकी सुरागकशी में टीम लगा दी गयी थीं। लीक पेपर को पढ़ाने के काम में जो इंतजाम किए गए उनमें विक्रम जीत सिंह सबसे बड़ा मददगार साबित हुआ था। दरअसल, दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल होने के चलते उसने ही मानेसर व रीबा के रिसॉर्ट में अभ्यार्थियों को ठहराने की तमाम व्यवस्थाएं करायी थीं। पेपर लीक मामले में उसने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए।
विक्रमजीत सिंह अपने साथियों के साथ नेचर वैली रिसोर्ट मानेसर गुरुग्राम हरियाणा गया था। वहां रिसोर्ट के मालिक सतीश धनकड़ से मिलकर बुकिंग की गयी। करीब बीस लाख में बुकिंग तय की गयी। कुछ बड़ी रकम बतौर एडवांस भी दे दी गयी थी। इसके बाद 15 फरवरी को वह नेचर वैली रिसोर्ट में 400 अभ्यार्थियों को लेकर पहुंचा था, लेकिन 15 फरवरी को पेपर न आने के कारण तमाम लोग रात को नेचर वैली में ही रुके थे। लेट नाइट मुख्य अभियुक्त रवि अत्री व राजीव नयन ने कॉल कर बताया कि रोहतक रोड दिल्ली बॉर्डर पर जाकर उनके साथी राजन निवासी यूपी बिहार से यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र व उत्तर कुंजी ले लेना। 16 की सुबह को विक्रम जीत सिंह पहल अपने साथियों के साथ कार से बताए गए स्थान पर पहुंचे और वहां से पेपर लेकर आए और इसकी मदद से आठ सौ अभ्यार्थियों को पेपर के प्रश्न व उत्तर पढ़वाए गए। उन्हें रटवाए गए और तैयार कराया।