मेरठ 14 दिसंबर (प्र)। जिला पूर्ति विभाग ने अवैध तरीके से जा रहे चावल लदे डीसीएम को पकड़ा है। वाहन में दो लोग सवार थे। जिनसे चावल से संबंधित कागज मांगे गए तो वह नहीं दिखा सके। जिसके बाद पूर्ति विभाग के अधिकारी चावल लदे डीसीएम को लेकर थाने पहुंचे। यहां पहुंचने से पहले ही एक युवक फरार हो गया, जबकि दूसरे के बयान दर्ज कराए गए। हालांकि बयान देने के बाद वह भी थाने से रफूचक्कर हो गया। डीसीएम को थाने में खड़ा किया गया, जबकि चावल को दुकानदारी कस्टडी में रखवा दिया गया है।
केसरगंज स्थित खल चोकर मंडी से 70 बोरियों में 35.70 कुंतल चावल लेकर जा रहे वाहन (डीसीएम यूपी 15 ईटी 7604) को क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने शिकायत मिलने पर पकड़ लिया। आरोप है कि यह चावल अवैध तरीके से ले जाया जा रहा था, क्योंकि इससे संबंधित कोई भी कागजात नहीं मिले है। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि केसरगंज स्थित खल- चोकर मंडी से मवाना के लिए 35.70 कुंतल चावल अवैध तरीके से जा रहा है। जिनका कोई बिल या अन्य कागजात नहीं है। सूचना के आधार पर पटेल नगर नाले के पास थापरनगर में डीसीएम को रोका।
देहली गेट थाना क्षेत्र के पुरा फैय्याज अली मोहल्ला निवासी इमरान और आमिर चावल लेकर जा रहे थे। दोनों से चावल के कागजात मांगे तो वह नहीं दिखा सके। जिसके बाद उन्हें सदर थाने ले जाया गया। रास्ते में ही आमिर फरार हो गया। जबकि इमरान के थाने में बयान दर्ज कराए गए। जिसने बताया कि खल चोकर मंडी से ललित और कामिल नाम के व्यापारी ने यह चावल मवाना में गोपाल नाम के व्यापारी के यहां भेजने के लिए कहा था। मवाना में ही वह चावल लेकर जा रहे थे। उन्होंने बताया किचावल खाद्यान्न आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में सूचीबद्ध है, ऐसे में बिना वैध कागजात के व्यापार नहीं किया जा सकता है। अभी चावल को दुकानदारी कस्टडी में रखवाया गया है। जिसकी जांच कराई जाएगी कि यह सरकारी चावल है या नहीं। उन्होंने बताया कि चावल 70 बोरी में थे। थाने में बयान देने के बाद इमरान भी वहां से रफूचक्कर हो गया। मामले की रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेजी जा रही है। जांच पड़ताल के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि चावल सरकारी है या फिर नहीं, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। इसकी जांच एफएसएसएआई से कराई जाएगी। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।
थाने लाने के बाद भी कैसे भाग गए आरोपी?
पूर्ति विभाग की ओर से पकड़े गए चावल और आरोपी को बाने लगाया गया। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि एक आरोपी पहले ही फरार हो गया था, लेकिन एक आरोपी थाने में बयान दर्ज कराने के बाद वहां से भाग गया। ऐसे में कई सवाल खड़े होते है। आखिर थाने में पहुंचने के बाद आरोपी कैसे वहां से भाग सकता है? इन सभी सवालों के घेरे में पूर्ति विभाग के अधिकारी और पुलिस दोनों आते हैं।