मेरठ 05 अगस्त (प्र)। रोहित की हत्या में नामजद आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी, स्वजन को 50 लाख रुपये का मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आज सुबह प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। उन्होंने नामजद आरोपित डा. फराहीम को बचाने का पुलिस पर आरोप लगा दिया। लोगों ने इस मामले में हमलावरों के अलावा स्थानीय डॉक्टर फराहिम के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना था कि हत्या करने के बाद तीन आरोपी चौपले पर दर्जी की दुकान में घुसकर कपड़े बदलकर फरार हो गए, एक आरोपी चिकित्सक फराहिम के क्लीनिक में घुस गया, चिकित्सक ने दरवाजे बंद कर लिए। जिसके चलते आरोपी भाग गए। लोगों का कहना था कि फराहिम ने आरोपियों की मदद की है। सोमवार को सुबह फिर हंगामा शुरू हुआ तो आरोपी डाॅक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके क्लीनिक को सील कर दिया गया।
एडीएम वित्त व एसपी ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। प्रदर्शन कारियों के बीच पहुंचे जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने इस अधिकारियों से आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने व उनके घरों पर बुलडोजर चलाने को कहा तो एसपी देहात ने माहौल बिगड़ने का हवाला देते हुए मजबूरी जताई। इस पर राज्यमंत्री व एसपी देहात में तीखी नोंकझोंक हो गई। राज्यमंत्री का एसपी देहात ने हाथ पकड़ लिया। इस पर वह आग बबूला हो गए। किसी तरह एडीएम वित्त ने मामला संभाला। चौकी पर बैठकर फिलहाल राज्यमंत्री, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की बातचीत जारी है।
गांव ढिकोली निवासी रोहित की रविवार को चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। लोगों ने मौके से ही एक तरुण को चाकू समेत पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। रोहित के पिता ने ग्राम बहोड़पुर निवासी फारुख, उसके छोटे भाई गुलाब पुत्रगण हामिद निवासी बहोड़पुर, समीर पुत्र इमरान, फैजान उर्फ दुबाज पुत्र डा. नजर निवासी मवाना, तरुण पुत्र नरेंद्र निवासी गांव अटोरा, डा. फरहीम व दो अज्ञात के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
वहीं पुलिस ने सोमवार सुबह फारुख व उसके भाई गुलाब को गांव नासरपुर के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। गुलाब के सीधे पैर में गोली लगी है जबकि फारुख को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एसपी देहात ने बताया कि बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी में दबिश जारी है। उधर, एक आरोपित डा. फरहीम को बचाने का आरोप लगाते हुए गांव ढिकौली के ग्रामीणों ने पुलिस चौकी के पास जाम लगा दिया। सड़क पर टायर व अवरोध लगा दिए। सूचना पर एडीएम वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। स्वजन ने रोहित के स्वजन को एक सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपये मुआवजा व नामजद आरोपितों को तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
इसी दौरान जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने एसपी देहात पर डा. फरहीम व अन्य आरोपितों को बचाने का आरोप लगाया। तत्काल उनकी गिरफ्तारी व उनके आवास पर बुलडोजर चलवाने की बात कही। एसपी देहात ने माहौल का हवाला दिया तो राज्यमंत्री भड़क गए। दोनों में तीखी नोंकझोंक हुई। इसी दौरान एसपी देहात ने राज्यमंत्री का हाथ पकड़ा तो वह आग बबूला हो गए। उनके समर्थकों व ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। एडीएम वित्त ने किसी तरह राज्यमंत्री को शांत किया। बाद में वह उनके साथ चौकी पर पहुंचे।