मेरठ 23 दिसंबर (प्र)। मेरठ महोत्सव के दूसरे दिन यूथ को सफलता और अपने स्टार्टअप का मंत्र मिला। बोट कंपनी के सह संस्थापक अमन गुप्ता ने अपनी सफलता की कहानी सुनाकर प्रोफेशनल कोर्सों के छात्र-छात्राओं को अपने स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित किया। छात्र-छात्राओं से सवाल जवाब के माध्यम से जुड़े। उन्होंने बालीवुड फिल्मों के कई डायलाग के माध्यम से अपनी बात कही। बताया कि मेरा जीवन श्री इडियट फिल्म से प्रेरित है। कई साल तक भटका, कई नौकरियां छोड़ीं। इसके बाद मुझे बोट कंपनी में मेरी किक मिली। उन्होंने यूथ को संदेश दिया कि सपने बड़े और उल्टे सीधे देखिए। रात में देखे गए नहीं बल्कि दिन में देखे गए सपने कामयाब होते हैं।
मैं टापर नहीं रहा, लेकिन आज टापर मेरे लिए काम करते हैं
रविवार दोपहर में मेरठ महोत्सव के मुख्य मंच पर अमन गुप्ता पहुंचे। उनसे बातचीत मेरठ निवासी यू ट्यूबर, पोडकास्ट संचालक और गूगल के लिए काम कर रहे वैभव जैन ने की। अमन गुप्ता ने अपने जीवन के संस्मरण सुनाकर बताया कि विफलता से ही सफलता का रास्ता मिलता है। स्कूल में मैं कभी टापर नहीं रहा लेकिन टापर आज मेरे लिए काम करते हैं। जीवन में रिस्क लेकर ही सफलता पाई जा सकती है। मैंने भी लिया। जिस समय बोट कंपनी की शुरुआत की, उस दौरान देश में 200 बड़े ब्रांड थे।
आपके पास आइडिया है तो इन्वेस्टर खूब मिलेंगे
अमन ने कहा कि हर समस्या का समाधान आइडिया है। आपके पास आइडिया है तो झिझके नहीं। आपको बेतहाशा इन्वेस्टर मिलेंगे। छोटे शहर के फाउंडर को छोटा न समझें। वहीं से बड़ी बड़ी कंपनियां निकल रही हैं। आज बड़े शहरों के बच्चों में सफलता की भूख नहीं बची है। उनमें आग नहीं दिखाई देती । शार्क टैंक में लेट्स ट्राई भुजिया के फाउंडर आए थे। मैंने 12 लाख रुपये लगाए, जो दो साल में 12 करोड़ हो गए।
सस्ता नहीं, अच्छा उत्पाद चाहता है इंडिया
सवालों के जवाब में अमन गुप्ता ने कहा कि आपका उत्पाद अच्छा होना जरूरी है। फिर महंगा भी चलेगा। आपके आइडिया में जान होनी चाहिए। वह बिकेगा फंड बरसेगा । भारत में इस समय स्टार्टअप के लिए माहौल अच्छा है। निराशा हाथ लगे तो घबराएं नहीं। खुद पर भरोसा रखें। आपके उत्पाद में समय के साथ साथ बदलाव होना जरूरी है। वर्ना मार्केट से गायब हो जाएगा। मेरठ में स्टार्टअप की अपार संभावनाएं अमन गुप्ता ने बताया कि मेरठ से उनका पुराना नाता है। दोस्त, रिश्तेदार रहते हैं। अब एक्सप्रेसवे से मेरठ आना आसान हो गया है लेकिन मुरादनगर की जैन शिकंजी और दूसरी चीजें रास्ते में नहीं मिल पातीं। जीवन में हर समय अपनी किक की तलाश में रहा। कई नौकरियां छोड़ी। पत्नी ने सफलता पाने को दो साल का लक्ष्य दिया । उसी तनाव में बोट में किक मिली। बालीवुड की फिल्में और डायलाग मेरे जीवन का हिस्सा हैं। मेरठ शहर और यहां के युवा में मुझे भूख दिखाई देती है। यहां स्टार्टअप की अपार संभावनाएं हैं। युवा बड़े सपने देखें । हटकर देखें।
अमन की पसंद
• रात में रोजाना एक घंटा मोबाइल पर रील देखना ।
• परदेश का फिल्म का गाना.. ये दिल दीवाना, दीवाना है ये दिल
• पसंददीदा फाउंडर रतन टाटा ।
• कल हो न हो फिल्म का डायलाग ‘हंसो, जिओ, मुस्कुराओ’
• जीवन का सूत्र- हम भी बना लेंगे
अमन का परिचय
अमन गुप्ता का परिचय वर्ष 1982 में दिल्ली में पैदा हुए अमन गुप्ता एक उद्यमी बोट कंपनी के सह संस्थापक और चीफ मार्केटिंग आफिसर हैं। भारत के जाने-माने इंटरप्रेन्योर और बिज़नेस मैन सोनी टीवी पर आने वाले शार्क टैंक इंडिया शो के एक जज भी हैं, जो स्टार्टअप कंपनियों में इन्वेस्ट करते हैं।
वर्ष 2002 में ये भारत के सबसे कम उम्र के सीए बने
इंडियन स्कूल आफ बिजनेस से एमबीए पूरा किया। कई नौकरी छोड़ने के बाद इन्होंने समीर मेहता के साथ जनवरी 2016 में बोट कंपनी की स्थापना की। आज बोट भारत की एक लीडिंग आडियो कंपनी है जो फैशनेबल आडियो ग्रेडकर का कारोबार करती है| बेट कंपनी ने वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान भी 500 करोड़ की बिक्री की। 2017 में कंपनी ने 27 करोड़ की बिक्री से शुरुआत की थी। आठ साल के प्रयास से इसे उन्होंने 4000 करोड़ तक पहुंचा दिया। बोट कंपनी में अमन गुप्ता की हिस्सेदारी 28.1 प्रतिशत की है। दूसरे सह संस्थापक समीर मेहता के पास भी 28.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।