मेरठ 06 अक्टूबर (प्र)। एसटीएफ नोएडा और मेडिकल कॉलेज थाना पुलिस ने गत दिवस नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 500, 200 और 100 के नोटों की शक्ल में 2,03,600 रुपये के नकली नोट बरामद हुए। मौके से एक प्रिंटर, स्टील स्केल, स्टील ब्लेड कटर, कैंची, स्याही की डिब्बी, दो रंगीन टेप, एक पारदर्शी टेप, तीन मोबाइल भी मिले हैं। पिछले छह माह से तीनों मिलकर नकली नोट छापकर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खपा रहे थे। 35 प्रतिशत का कमीशन लेते थे।
एसटीएफ नोएडा की टीम ने निरीक्षक राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को मेडिकल थाना पुलिस के साथ मोहल्ला हनुमान बिहार में भड़ाना डेयरी वाली गली में एक घर पर दबिश दी। यहां से पप्पू तुल्हेड़ी पुत्र फूल सिंह निवासी तुल्हेड़ी थाना मीरापुर मुजफ्फरनगर, देशपाल उर्फ पप्पू पुत्र ठाठ सिंह निवासी मुल्हेड़ा थाना सरधना मेरठ और ऋषि कुमार पुत्र भागमल निवासी बढ़ला कैथवाड़ा मुंडाली मेरठ को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ कई थानों में विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इन्हें मेडिकल पुलिस के हवाले कर दिया गया।
छठी पास हिस्ट्रीशीटर पप्पू तुल्हेड़ी गिरोह का सरगना है वह कई वर्ष पूर्व चोरी के एक मामले में जेल गया था। पप्पू कई वर्ष पूर्व मेरठ के थाना दौराला से चोरी के मामले में जेल गया था वह करीब 14-15 माह जेल में रहा। जेल से बाहर आकर उसने हत्या, लूट, चोरी आदि की कई घटनाओं को अंजाम दिया। जेल में उसकी मुलाकात मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के खाता गांव निवासी धनपाल और मुल्हेड़ा गांव निवासी देशपाल से हुई थी। ये दोनों भी चोरी के मामले में जेल में बंद थे। जमानत पर छूटने के बाद धनपाल ने पप्पू तुल्हेड़ी की मुलाकात अपने गांव के रहने वाले कलुआ पुत्र श्योराज से कराई थी कलुआ का पहले फोटो स्टूडियो था पप्पू तुल्हेड़ी, देशपाल और कलुआ छह माह से नकली नोट छाप रहे थे।
एसटीएफ ने आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला। उसके खिलाफ दौराला, बहसूमा, परीक्षितगढ़ व परतापुर हत्या, लूट, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट आदि के 15 मुकदमे दर्ज हैं। उसकी 42 ए नंबर से हिस्ट्रीशीट खुली है। देशपाल उर्फ पप्पू के खिलाफ मेरठ और मुजफ्फरनगर में लूट, चोरी और जानलेवा हमले समेत चार मुकदमे हैं।