Friday, November 22

मिस्र के प्राचीन मंदिर में मिले रहस्‍यमयी पत्‍थर, जिनपर लिखी देवताओं की भाषा

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नई दिल्ली 06 अक्टूबर। दुनिया में एक से एक रहस्‍यमयी मंदिर हैं, जिनकी कहान‍ियां हैरान कर देती हैं. सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि हजारों साल पुराने ये मंदिर इतनी चीजें कैसे जानते हैं. कुछ की कहानी तो हमें भव‍िष्‍य के बारे में भी बताती हैं. इन दिनों मिस्र के एक मंदिर की चर्चा खूब हो रही है. दरअसल, यहां मंदिर में एक रहस्‍यमयी पत्‍थर मिला है. दावा किया जा रहा है कि इस पत्‍थर पर देवताओं की भाषा लिखी हुई है. लोगों ने इसे मतलब भी बताए हैं,  जानकर आप भी दंग रह जाएंगे.

रिपोर्ट के मुताबिक, यह पत्‍थर मिस्र के एक प्राचीन मंदिर में मिला था, जिसे रोसेटा स्‍टोन कहा जाता है. ब्रिटिश म्यूजियम में इस पत्थर को सहेजकर रखा गया है. पुरातत्‍वविदों के मुताबिक, यह पत्‍थर किंग टॉलेमी वी के युग का है और उन्‍हीं का आदेश इस शिलालेख पर लिखा गया है. किंग टॉलेमी वी ने 204-181 ईसा पूर्व तक टॉलेमिक मिस्र पर शासन किया था. बाद में इस श‍िलालेख की नकल की गई और पूरे मिस्र में सारे मंदिरों में इसी तरह के पत्‍थर लगाए गए.

एक फ्रांसीसी आदमी ने इसकी ट्रांसक्रिप्शन की और देवताओं की भाषा बताया. ट्रांसक्रिप्शन में चित्रलिपि में प्राचीन धर्मग्रंथ की 14 लाइनें लिखी गई हैं. इनसे सम्राट और देवताओं के बीच रिश्ते के बारे में जानकारी मिलती है. हालांकि, दुर्भाग्य की बात यह है कि रोसेटा स्टोन टूटा हुआ है और पूरा हिस्‍सा नहीं मिल पाया. साल 1882 में थॉमस यंग और जीन-फ्रांस्वा चौंपोलियन नाम के शख्‍स ने इस भाषा का कोड समझा था. इसका अनुवाद दुनिया के सामने रखा था. माना जाता है कि वे देवताओं की भाषा को समझने वाले पहले इंसान थे.

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