मेरठ 27 मार्च (प्र)। जागृति विहार एक्सटेंशन में चल रही धीरेंद्र शास्त्री की कथा में बुधवार को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया गया। हनुमान जन्म की कथा सुन पंडाल में मौजदू श्रद्धालुओं ने बधाई गीत गाए। धीरेंद्र शास्त्रत्त्ी ने हनुमान जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया उसके बाद व्यास पीठ का पूजन किया।
हनुमंत कथा कहते हुए कहा कि हनुमान जी का रूप मंगलमय है, उनका नाम मंगलमय है। जहां रहते हैं वह धाम मंगलमय हो जाता है। जो हनुमान जी का भक्त होता है उसका जीवन भी मंगलमय हो जाता है। अमंगलों का नाश करने वाले देवता का नाम हनुमान जी महाराज है। हनुमान जी जरूर मंगल हैं पर हमारी जिंदगी में कब मंगल होगा। जो प्रभु को चाहेगा तो फिर क्या चाहेगा, प्रभु से चाहोगे उतना ही मिलेगा जितना ही मांगोगे, प्रभु को चाहोगे भगवान वो देंगे जो तुम्हारी जरुरतें हैं।
तुम मागोगे तो अपनी औकात से मागेंगे पर वह वह देंगे तो अपनी औकात से देगें क्योंकि तुम्हारी औकत की लिमिट है और उनकी औकात अनलिमिट है। हनुमान जी अपने हो जाएंगे तो क्या टेंशन जब हुनुमान जी तुम्हारे हो जाएंगे तो क्या टेंशन। भगवान की भक्ति करने वालों को सब सुख मिलते है।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि औरगंजेब समेत देश को तोड़ने आए सभी विदेशियों, विधर्मियों के नामोनिशान मिटने चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरठ में भी औरंगजेब की कुछ निशानियां है, कुछ मार्ग और स्थान हैं, उन सभी को मिटा देना चाहिए।
धीरेंद्र शास्त्री ने राणा सांगा के ऊपर आपत्तिजनक बयान देने वालों को अपना इतिहास पढ़ने की सलाह दी। कहा ऐसे लोग बुद्धि की शुद्धि करें। देश और मंदिरों को तोड़ने वाला नहीं बल्कि देश को जोड़ने के लिए प्राणों को न्यौछावर करने वाला महान है। औरंगजेब समेत देश में जितने भी विदेशी, विधर्मी आए, उनके नामोनिशान मिटने चाहिए।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अभी तो हम यही कह रहे हैं कि अयोध्या तो झांकी है काशी-मथुरा बाकी है लेकिन यदि कानून, संविधान, सनातन धर्म पर पत्थर फेंककर मांगोगे तो हम कहेंगे कि संभल, काशी, मथुरा तीनों बाकी है। अयोध्या के बाद काशी, मथुरा, संभल की बारी है। अब समय आ गया है सब लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि बहराइच, मेवात, कोलकाता, मणिपुर जैसी साजिश जातिवाद के कारण होती है। उधर, पांच दिवसीय श्री हनुमंत कथा में बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र शास्त्रत्त्ी आज दिव्य दरबार लगाएंगे। आज वह तीन बजे से 4-30 बजे तक श्रद्धालुओं की पर्चियां खोलेंगे। इसे लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है।
हनुमंत कथा में दूसरे दिन मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, अतिथि राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, भाजपा पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, एडको बिल्डर निदेशक वरूण अग्रवाल रहे। श्री हनुमंत कथा मुख्य संयोजक नीरज मित्तल, कथा सचिव गणेश अग्रवाल, राजेश खन्ना ने हनुमंत कथा वाचक का स्वागत किया। कथा में अंकुर गोयल, आलोक शिशौदिया, सिंगर आरोही राघव, मानसी अग्रवाल रही।