मेरठ 27 मार्च (प्र)। लखनऊ कंट्रोल रूम से अब सीधे ही डीजे संचालकों के मोबाइल की घंटी बजाई जाएगी। डीजीपी और शासन के आदेश पर जिलेवार और थानावार डीजे संचालकों का रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। इस रिकॉर्ड को ऑनलाइन सुरक्षित कराया जा रहा है, जिसे लखनऊ कंट्रोल रूम में हेल्पलाइन नंबर पर बैठे कर्मी भी देख सकेंगे। ऐसे में किसी भी जिले से कोई शिकायत तेज आवाज में डीजे चलाने को लेकर मिलती है तो पुलिस को सिर्फ डीजे पर लिखा नाम और थानाक्षेत्र बताना है। इसके बाद पहले तो कंट्रोल रूम से सीधे डीजे मालिक को कॉल कर चेतावनी दी जाएगी और दूसरी और संबंधित थानाक्षेत्र में तैनात यूपी 112 की गाड़ी को मौके पर भेजा जाएगा।
डीजे के शोर पर लगाम लगाने के लिए शासन और यूपी पुलिस के मुखिया ने कुछ दिन पहले ही आदेश दिया था। इसके बाद हर जिले में डीजे संचालकों का डाटा तैयार किया जा रहा है। इन डीजे संचालकों का थानावार नाम-पता और मोबाइल नंबर समेत डीजे स्पीकर की संख्या नोट की जा रही है। मेरठ पुलिस ने पूरे जिले में 655 डीजे चिह्नित कर लिए हैं। इनके पास 4913 स्पीकर का रिकार्ड मिला है। एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि इस रिकार्ड को ऑनलाइन सुरक्षित कराया जा रहा है। इसी तरह से हर जिले से रिकार्ड ऑनलाइन एक एप्लीकेशन पर अपलोड किया जा रहा है। अब यदि किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम यानी यूपी 112 और सिटी कंट्रोल रूम पर कॉल कर शिकायत की और डीजे का नाम बताया तो कंट्रोल रूम में बैठे-बैठे कर्मी ऑनलाइन डीजे संचालक का मोबाइल नंबर निकाल सकते हैं। इसके बाद डीजे संचालक को तुरंत कॉल कर चेतावनी दी जाएगी, साथ ही आसपास मौजूद यूपी 112 की गाड़ी को भी मौके पर भेजा जाएगा। वहीं, थाना पुलिस को भी इस संबंध में जानकारी यूपी 112 यानी कंट्रोल रूम से ही दी जाएगी। बाकी कार्रवाई थाना पुलिस करेगी।
सरधना और ब्रह्मपुरी में सबसे ज्यादा डीजे
मेरठ सिटी क्षेत्र में कोतवाली सर्किल में 19, ब्रह्मपुरी में 83, कैंट में 33, सिविल लाइन में 57, दौराला सर्किल में 81 डीजे हैं। वहीं, सरधना सर्किल में 165 डीजे, मवाना में 91, सदर देहात में 70 और किठौर में 56 डीजे संचालक चिह्नित हुए थे।
मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि जिलेवार डीजे संचालक और डीजे का रिकार्ड जुटाने का आदेश दिया गया था। मेरठ में 655 डीजे संचालकों का रिकार्ड मिला है। इसे ऑनलाइन सुरक्षित कराया जा रहा है। जल्द ही सारा रिकार्ड कंप्यूटर पर होगा। ऐसे में यूपी 112 यानी पुलिस कंट्रोल रूम और सिटी कंट्रोल रूम पर यदि कोई डीजे संबंधित शिकायत मिलती है और डीजे का नाम बताया जाता है तो ऑनलाइन रिकार्ड देखा जा सकता है। ऐसे में कंट्रोल से सीधे रिकार्ड देखकर डीजे मालिक को कॉल किया जाएगा और चेतावनी दी जाएगी।