मेरठ 12 जुलाई (प्र)। ट्रांसपोर्टर एसोसियेशन का प्रतिनिधिमंडल आपसे आने वाली समस्याओं के विषय में निम्न बिंदुओं पर बात करना चाहता है आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप समस्याओं के समाधान में पूर्ण सहयोग करेंगे।
जैसे की कावड़ यात्रा चालू हो चुकी है 23.07.25 को जलाभिषेक का दिन है। परंतु आपके विभाग द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से सूचना मिली है 11.07.25 की रात्रि से आप लोगों ने भारी कमर्शियल वाहनों का प्रवेश मेरठ में प्रतिबंध कर दिया गया है जबकि एक लेटर में आपकी यातायात विभाग द्वारा 17 से 25 तक बाहरी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंध किया गया है।
हम ट्रांसपोर्टरो को इस संबंध में पूरी तरह कोई जानकारी आपके माध्यम से अभी तक प्राप्त नहीं हुई है हम लोग अपना व्यवसाय सरकार को सारे टैक्स व कर देकर और सभी नियमों को पालन करते आ रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
परंतु अभी मेरठ में कहीं भी कावड़िया नहीं दिखाई दे रहे हैं आपके ट्रैफिक विभाग में अधिकारियों द्वारा ट्रकों को मेरठ की सीमाओं पर रोका जा रहा है जैसा कि जिन व्यापारियों का माल ट्रकों में लगा हुआ है बाहर दूर क्षेत्र से लेकर आ रहे हैं वह अगर 13 दिन मेरठ की सीमाओं पर खड़े रहेंगे उनकी वजह से व्यापारी आम जनता व ट्रांसपोर्टरो को भारी नुकसान होगा। मेरठ जिले के बाहर रोड पर खड़े होने की वजह से ट्रकों में माल चोरी होने की संभावना ज्यादा होगी अगर आप इसकी सूचना पहले देते तो कोई व्यवस्था ट्रांसपोर्टर पहले बना लेते परंतु इस प्रकार रातों रात ट्रकों को रोकना यह तुगलकी फरमान की तरह है।
कोई ऐसी व्यवस्था या विकल्प निकल जाए जिससे कावड़ भी चलती रहे वह शहर के व्यापारी को नुकसान भी ना हो हमारी आस्था भी कावड़ में है परंतु 15 दिन पहले व्यापार को बंद करना यह भी ठीक नहीं है हमेशा की तरह कावड़ यात्रा में तीन या चार दिन के लिए ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पूर्णतः बंद रहता है। कुछ जरूरी आवश्यकताओं के सामान की पूर्ति के लिए चार दिन के लिए भी आपके द्वारा पास बनाए जाते हैं।
विषय यह है कि हमारा व्यवसाय 15 दिन पहले बंद करने से हमें काफी क्षति होगी।ट्रांसपोर्टर परिवहन विभाग को टैक्स परमिट इंश्योरेंस व फाइनेंसर को किस्त प्रतिदिन के हिसाब से देते हैं। जिसमें परिवहन विभाग फाइनेंसर द्वारा हमें कोई छूट नहीं मिलेगी साथ ही जीएसटी विभाग द्वारा ईवे बिल भी खत्म होने पर जीएसटी विभाग द्वारा उत्पीड़न करने की संभावना ज्यादा होगी।
अति आपसे निवेदन करते हैं कि हमारे परेशानी के बारे में सोचो और कुछ समाधान निकाले।
दीपक गांधी महामंत्री, रोहित कपूर कोषाध्यक्ष,राजू विनायक, सरदार खेता सिंह,हिमांशु अनेजा, अशोक विनायक, अंकुर प्रजापति, अशोक शर्मा, सरदार प्रेम सिंह, सरदार संतोख सिंह, गजेंद्र, दिवेश रस्तोगी, बबलू, रोहित शर्मा, अनीश चौधरी , अतुल शर्मा, सुभाष, विनोद चौधरी मौजूद रहे।