मेरठ 27 मार्च (प्र)। शहर के जाम के समाधान के लिए बिजली बंबा बाईपास का चौड़ीकरण मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) कराने जा रहा है। इसके लिए रजवाहा और दूसरी तरफ की पटरी का भी उपयोग किया जाएगा। रजवाहा (बंबा) में पानी बहता रहेगा और सड़क भी चौड़ी हो जाएगी, इसके लिए रजवाहा को कलवर्ट बनाकर ढक दिया जाएगा। इस तरह से अंदर रजवाहा बहता रहेगा और ऊपर वाहन दौड़ते रहेंगे। हालांकि मेडा 12 साल पहले भी जाम के विकल्प के रूप में रिंग बनाने व बिजली बंबा बाईपास को चौड़ा करने के लिए कई बार योजनाएं बना चुका है। अब फिर मेडा ने दावा किया है कि इस बार योजना धरातल पर उतर कर रहेगी, क्योंकि परिस्थितियां बदली हुई हैं? शहर अब इस नई योजना का इंतजार कर रहा है।
12 साल में खूब बनी योजना, अब फिर प्रयास
बिजली बंबा बाईपास को चौड़ा करने और इसका विकल्प देने के लिए 12 साल से प्रयास चल रहे हैं। 2011 में इसी के विकल्प के रूप में रिंग रोड बनाने के लिए शिलान्यास हुआ। हालांकि उसका कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया। जब रिंग रोड का कार्य मुश्किल लगा तब बिजली बंबा बाईपास को ही चौड़ा करने की योजना बनाई गई।
एक बार पीडब्ल्यूडी ने लगभग 300 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा, लेकिन धनराशि नहीं मिली। जनप्रतिनिधियों की पहल पर रजवाहे का अस्तित्व समाप्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया ताकि रजवाहे को मिट्टी से भरकर उस पर सड़क बनाई जा सके। शासन ने रजवाहे का अस्तित्व समाप्त करने की अनुमति नहीं दी। उसके बाद मेडा ने अतिरिक्त एफएआर देकर किसानों से जमीन लेने की योजना बनाई, लेकिन किसान तैयार नहीं हुए। अब मेडा कलवर्ट बनाकर उस पर सड़क बनाने की तैयारी कर रहा है।
बिजली बंबा बाईपास पर घटेगा जाम, मिलेगी दो लेन
बिजली बंबा बाईपास की चौड़ाई जब 14 मीटर हो जाएगी तब यहां दो लेन हो जाएगी। यहां बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा। इससे आने व जाने के लिए पर्याप्त चौड़ाई मिल जाएगी। साथ ही इससे जाम घटेगा और हादसे भी कम होंगे। रेलवे फाटक के बंद होने पर जाम बढ़ जाता है, लेकिन जब चौड़ाई बढ़ जाएगी तब फाटक बंद होने पर जाम कम हो जाएगा।
शाप्रिक्स माल से जुर्रानपुर फाटक तक कलवर्ट से ढकेंगे रजवाहा
बुधवार को मेडा के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने एसडीएम सदर कमल किशोर देशभूषण कंडारकर, सिंचाई विभाग के अभियंता व मेडा के अभियंता के साथ बिजली बंबा बाईपास का निरीक्षण किया। संबंधित स्थल की पैमाइश की गई। इसमें सामने आया कि रजवाहे की चौड़ाई ढाई मीटर है और दूसरी तरफ पटरी की चौड़ाई तीन मीटर है। ऐसे में रहवाहे को डिवाइडर के बीच में नहीं लिया जा सकेगा। रजवाहे की कलवर्ट और दूसरी तरफ की पटरी दोनों का प्रयोग सड़क के रूप में किया जाएगा। इस तरह से लगभग 14 मीटर चौड़ी सड़क हो जाएगी। रजवाहे को शाप्रिक्स माल के सामने से जुर्रानपुर रेलवे फाटक तक कलवर्ट से ढका जाएगा।
आज सिंचाई विभाग को जाएगा एनओसी आवेदन
रजवाहा कलवर्ट के लिए अब सिंचाई विभाग से एनओसी मांगने के लिए मेडा की ओर से पत्र भेजा जाएगा। एनओसी मिलने पर मेडा कलवर्ट का कार्य पीडब्ल्यूडी से कराएगा। इसके लिए डिजाइन बना ली गई है जबकि डीपीआर प्रक्रिया में है।