मेरठ/देहरादून, 25 अप्रैल (प्र)। देहरादून के एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मेरठ के दरोगा के पिता की गुरुवार को चम्मच से हमला कर हत्या कर दी गई। हत्याकांड को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती पंजाब के दो युवकों ने अंजाम दिया। इन युवकों का दो दिन पूर्व विवाद हुआ था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घटना प्रेमनगर क्षेत्र के मांडूवाला स्थित कर्मा वेल्फेयर सोसायटी नशा मुक्ति केंद्र में हुई। यहां भर्ती हापुड़ रोड, मेरठ निवासी 52 वर्षीय अजय कुमार के गले, सीने और पेट पर चम्मच से लगभग 30 वार करके की गई। वारदात को केंद्र में भर्ती पंजाब निवासी नशे के आदी दो युवकों ने अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, दो दिन पूर्व अजय का केंद्र में भर्ती 25 वर्षीय हरमनदीप सिंह और 27 वर्षीय गुरदीप सिंह निवासी बठिंडा पंजाब से कहासुनी हुई थी। गुरुवार को अजय अपने कमरे में सो रहा था। हरमनदीप सिंह और गुरदीप सिंह अजय के कमरे में पहुंचे। एक ने गला दबाया और दूसरे ने चम्मच से उन पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इसमें अजय की जान चली गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए।
अजय कुमार मेरठ में अच्छे परिवार से हैं। उनका बड़ा बेटा यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर बरेली में तैनात है। छोटा बेटा जतिन सुभारती हॉस्पिटल में मार्केटिंग मैनेजर है। पत्नी हापुड़ की एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। अजय के नशे के आदी होने पर परिजनों ने उन्हें यहां भर्ती कराया था।
नशा छुड़ाने भेजा, जिंदगी चली गई
अधिक शराब पीने के कारण अजय का स्वास्थ्य खराब हो रहा था। परिजनों ने अजय की जिदंगी खुशहाल बनाने के लिए उन्हें यहां भर्ती कराया था। उन्हें आभास नहीं था भर्ती कराने के 16 दिन बाद उनकी हत्या का दुखद समाचार आएगा।
अजय की सांसें थमने तक करते रहे वार
मामूली विवाद ने हत्याकांड का रूप ले लिया। केंद्र में दोनों आरोपी और अजय बाहर नहीं निकल सकते थे। आरोपियों ने वारदात के लिए चम्मच को हथियार बनाया। अजय की सांसें थमने तक चम्मच से वार किए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार होने की फिराक में थे।