Thursday, November 13

पनीर में भारी मिलावट… 50 फीसद नमूने हुए फेल, 12 में मिले खतरनाक केमिकल

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मेरठ 21 मई (प्र)। जिस पनीर को आप बड़े चाव के साथ खाते हैं। कहीं वह मिलावटी तो नहीं है यह बात जानना इसलिए जरूरी है क्योंकि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की जांच रिपोर्ट में 50 फीसद पनीर के नमूने फेल हो गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 12 नमूनों में खतरनाक केमिकल व अन्य मिलावट पाई गई है। मिलावटी पनीर खाने से किडनी लिवर खराब होने और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा रहता है।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने मेरठ जनपद से कुल 43 नमूने पनीर के भरे थे। लखनऊ स्थित प्रयोगशाला इनकी जांच कराई गई। जिसमें से 26 नमूने फेल हो गए। 14 नमूने अधोमानक पाए गए। यानी इनमें फैट कम पाया गया। रिफाइंड और मिल्क पाउडर की मिलावट पाई गई। जबकि 12 नमूने अनसेफ श्रेणी में पाए गए। जिसमें खतरनाक केमिकल कार्बाेनेट, डिटर्जेंट आदि पाए गए ।यह पनीर डिटर्जेंट मिला दूध से बनाया गया था।

चार स्थानों से भरे आइसक्रीम के सैंपल
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने मंगलवार को शहर और देहात क्षेत्र में अभियान चलाकर कई दुकानों से आइसक्रीम के सैंपल भरे। सभी नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा गया है। वहीं, सड़ा-गला पपीता और आलू बुखारा को नष्ट कराया गया है।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी रवि शर्मा ने बताया कि कमालपुर रोड पर स्थित रियल आइसक्रीम नाम के प्लांट पर टीम पहुंची और यहां से एक नमूना लिया गया। इसी तरह से मेवाड़ प्रेम आइसक्रीम के प्लांट से भी नमूने भरे गए हैं। वहीं, सरधना आजादनगर में स्थित शरीफ पुत्र स्व. फकीर की दुकान से आइस कैंडी और सकौती टांडा में स्थित रामकरण की दुकान से भी आइस कैंडी के नमूने भरे गए। इसके अलावा लावड़ में 40 किलोग्राम सड़ा-गला पपीता और आठकिलोग्राम आलू बुखारा नष्ट कराया गया।

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी रवि शर्मा का कहना है कि मिलावटी खाद्य पदार्थ की शिकायत को लेकर लगातार छापामार कार्रवाई कर सैंपल लिए जा रहे हैं। मंगलवार को भी आठ स्थानों से अलग-अलग खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए हैं। पनीर में कार्बाेनेट डिटर्जेंट रिफाइंड और मिल्क पाउडर की मिलावट पूर्व में भेजे गए सैंपलों की जांच में सामने आई है। 26 मामलों में केस दर्ज कराए गए हैं। जिनमें से 12 मामलों में निर्णय आना शेष है।

वरिष्ट फिजीशियन डा. संदीप जैन ने कहा कि मिलावटी पनीर खाने से आंतों में सूजन, गैस बनना, कब्ज, पाचन क्रिया में समस्या उल्टी दस्त ये तत्काल नुकसान होते हैं। जबकि लगातार मिलावटी पनीर खाने से क्रानिक लिवर डिजीज हो जाती हैं जिनमें से फैटी लीवर मुख्य समस्या है कई मामलों में किडनी पर भी असर देखा जाता है।

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