मेरठ 21 मई (प्र)। मेरठ कॉलेज स्थित सभागार में मंगलवार को इग्नू से संबंधित बीएड की 12 दिवसीय कार्यशाला मंगलवार से शुरू हुई। कॉलेज की आंतरिक गुणवत्ता एवं सुनिश्चयन सेल की समन्वयक प्रो. अर्चना सिंह एवं इग्नू अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो. चंद्रशेखर भारद्वाज ने उद्घाटन किया। प्रो. अर्चना ने कहा कि शिक्षार्थियों के लिए यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। इसमें विभिन्न जिलों से पधारे सहभागी अपने ज्ञान में वृद्धि कर पाएंगे।
इग्नू केंद्र के समन्वय डॉ. चंद्रशेखर भारद्वाज ने बताया कि संपूर्ण देश में इग्नू का बीएड प्रोग्राम एक समान पाठ्यक्रम से चलाया जाता है। इसलिए कोई भी किसी भी क्षेत्र में हो उसे पाठ्यक्रम से जुड़ी दिक्कतें नहीं होती है। यह पाठ्यक्रम इग्नू का फ्लैगशिप कार्यक्रम है, जो एनसीटीई एवं यूजीसी से पूर्णतया मान्यता प्राप्त है। प्रो. भारद्वाज ने कहा कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने पिछले दो साल से प्राइमरी-जूनियर शिक्षक ही इग्नू से बीएड कर सकते हैं। इसमें बीटीसी वाले शिक्षक भी हैं। इग्नू के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है।
प्रो. मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि यह कार्यशाला 20 से 31 मई तक चलेगी। इसमें प्रतिदिन चार सत्र संचालित होंगे इग्नू के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अमित चतुर्वेदी ने कहा कि यह कार्यशाला बेहद उपयोगी साबित होगी। कॉलेज के सचिव विवेक कुमार गर्ग एवं प्राचार्य युद्धवीर सिंह ने कहा कि इग्नू अध्ययन केंद्र तीन दशकों से भी अधिक समय से सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है।
प्रो. चंद्रशेखर ने बताया कि इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर जाकर समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करनी होती है। फीस भी ऑनलाइन ही जमा हो जाती है। उन्होंने बताया कि मेरठ कॉलेज के इग्नू केंद्र पर बीए, एमए, बीएससी, बीकॉम, एमकॉम, बीबीए, एमबीए, बीसीए. एमसीए, रोजगारपरक डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स संचालित हैं।