Saturday, July 12

बूढ़ा बाबू मेले के आयोजन को लेकर बोर्ड बैठक में हंगामा, ईओ और सभासद आमने-सामने, बीच में ही मीटिंग छोड़ सभागार से बाहर निकले

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सरधना, 27 मई (प्र)। नगरपालिका के सभागार में गत दिवस मेला बूढ़ा बाबू को लेकर बोर्ड बैठक का आयोजन हुआ। इस दौरान ईओ ने कहा। नगरपालिका घाटे में है। जिसके चलते कस्बे व आसपास के स्पांन्सरशिप यानि प्रायोजकता के सहयोग से मेले का आयोजन होगा। जिस पर सभासदों ने आपत्ति जताते हुए विरोध जताया। साथ ही बिना प्रायोजकता के मेले के आयोजन की बात कही। इसके बाद ईओ की सभासदों के साथ कुछ बिंदुओं पर सहमति भी बनी। लेकिन, सभासद हंगामा करते हुए बोर्ड बैठक बीच में ही छोड़कर सभागार से चल दिए। स्पष्ट कहा कि मेले का आयोजन पूर्व की भांति ही होगा।

वहीं, ईओ ने भी दो टूक कहा कि पिछले वर्ष आयोजित मेले में नगरपालिका को आय से ज्यादा व्यय हो गया था। जिसमें नपा को लगभग 14 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। ऐसे में नपा मेले का आयोजन नहीं कर सकती। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। जो भी निर्णय होगा। वह अध्यक्ष का होगा।

मेला बूढ़ा बाबू को लेकर नगरपालिका के सभागार में गत सोमवार को बोर्ड बैठक हुई। इस दौरान अध्यक्षता चेयरपर्सन सबीला बेगम ने की। ईओ दीपिका शुक्ला ने बताया कि मेला दस जून से पांच जुलाई तक प्रस्तावित है। नगरपालिका घाटे में चल रही है। ऐसे में मेले के भव्य आयोजन को लेकर कस्बे और आसपास के क्षेत्रों के लोगों से प्रायोजकता के लिए बात कर ली गई है। जिस पर सभासदों ने एक सुर में आपत्ति जता दी और विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद सभासदों ने आधे कार्यक्रम की जिम्मेदारी और शेष समायोजित कर लेने की बात कही। इसके अलावा कुछ अन्य बिंदूओं पर भी सहमति जता दी। लेकिन, घंटों बाद भी निर्णय नहीं निकला और सभासद हंगामा करते हुए सभागार से बाहर चले गए।

सभासदों ने कहा कि बूढ़ा बाबू मेले का आयोजन पूर्व की भांति ही होगा। हर वर्ष नगरपालिका ही आयोजन करवाती है। अन्यथा मेले का बहिष्कार कर देंगें। कहा कि मेले में बाहरी लोगों की सहभागिता नहीं होने देंगे। नगरपालिका के साथ मिलकर आय बढ़ाएंगें।

ईओ दीपिका शुक्ला ने मीडिया से कहा कि बीते वर्ष मेले के आयोजन में आय 22 लाख 75 हजार की थी। लेकिन, व्यय 36 लाख 33 हजार छह रुपये था। जिसका अंतर लगभग 14 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि ऐसे में नपा के पास आडिट आपत्ति आ गई है। बताया कि मेले के आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय अध्यक्ष का होगा। अगर सभासद सहयोग करेंगे तो मेले का भव्य आयोजन होगा।

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