देहरादून 06 अगस्त। उत्तरकाशी जिले के धराली के खीरगाढ़ में मंगलवार को बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। अपर सचिव आनंद स्वरूप ने आपदा राहत और बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से जिलाधिकारी उत्तरकाशी को 20 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। इस बीच, राज्य में लगातार चौथे दिन बुधवार को मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
मैदानी क्षेत्रों में जलभराव और पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से आवागमन में भारी दिक्कतें हो रही हैं। लगातार मूसलाधार बारिश से गंगोत्री हाईवे डबरानी, पापड़ गाड़, सोन गाड के पास वॉश आउट हो गया है। इससे सड़क यातायात बाधित है। धराली रेस्क्यू अभियान के लिए जा रही टीमें वहां नहीं पहुंच पा रही हैं। अधिकारी आधे रास्ते में ही फंसे हुए हैं।इधर बीआरओ ने स्थिति का जायजा लेने के बाद सड़क को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए काम शुरू कर दिया है।
जिला परिचालन केंद्र उत्तरकाशी ने बताया कि गंगोत्री नेशनल हाईवे खुलने को लेकर समयसीमा के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। हाईवे तीन स्थानों पर वॉश आउट है। जिससे धराली के लिए जा रही रेस्क्यू टीम और अधिकारी आधे रास्ते में फंसे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि उत्तरकाशी से धराली हर्षिल लगभग 80 किलोमीटर दूर है। भटवाड़ी से 40 किलोमीटर के बीच तीन स्थानों पर हाईवे वॉश आउट है।बेहद प्रतिकूल मौसम की वजह से धराली रेस्क्यू अभियान के लिए हेलीकॉप्टर का भी विकल्प नहीं है। खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर देहरादून से उड़ान नहीं भर पा रहे।
जिला प्रशासन ने वायुसेना से धराली रेस्क्यू अभियान के लिए MI-17 और चिनूक मालवाहक विमान की मदद मांगी थी लेकिन खराब मौसम के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है। अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत शिविरों में भोजन, पानी, दवाइयां और आवास की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं।
राहत कार्यों को सुदृढ़ करने के लिए दो आईजी, तीन एसपी, 11 डिप्टी एसपी और 300 पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है। पीएसी और भारतीय रिजर्व बटालियन की विशेष टुकड़ियां भी सहायता में लगी हैं। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) बाधित सड़कों को खोलने में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलिकॉप्टर से धराली बाजार, हर्षिल एवं आसपास के क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का निरीक्षण किया। फिर उतरकर बचाव में लगे लोगों से हर अपडेट लिया। सीएम देहरादून में सहस्त्रधारा हेलीपैड से हेलिकॉप्टर में बैठकर धराली तक पहुंचे।
