मेरठ 11 अगस्त (प्र)। मेरठ में रविवार को रैपिड रेल के ‘साउथ स्टेशन’ पर बनी लिफ्ट अचानक खराब हो गई। लिफ्ट करीब सवा घंटे तक हवा में झूलती रही। इसकी वजह से लिफ्ट के अंदर 22 यात्री फंसे रहे। यात्रियों की सांसें अटक गईं और उनकी हालत बिगड़ने लगी। किसी तरह इंजीनियर्स की टीम ने लिफ्ट को ठीक किया और दरवाजा खोलकर यात्रियों को बाहर निकाला। इसमें 2 यात्रियों की हालत इतनी बिगड़ गई कि वो बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
परतापुर थाना क्षेत्र में रविवार को रैपिड रेल के मेरठ साउथ स्टेशन पर बड़ा हादसा होने से टल गया। यहां स्टेशन पर बनी लिफ्ट अचानक खराब हो गई। लिफ्ट लगभग सवा घंटे तक हवा में झूलती रही। इसकी वजह से लिफ्ट के अंदर 22 यात्री फंसे रहे। यात्रियों की सांसें अटक गईं और उनकी हालत बिगड़ने लगी। किसी तरह इंजीनियर्स की टीम ने लिफ्ट को ठीक किया और दरवाजा खोलकर यात्रियों को बाहर निकाला। इसमें 2 यात्रियों की हालत इतनी बिगड़ गई कि वो बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
रक्षाबंधन और वीकेंड के लास्ट आवर्स होने के कारण रविवार को रैपिड ट्रेन में यात्रियों की भीड़ बहुत ज्यादा थी। फेस्टिवल रश होने के कारण ट्रेन से लेकर प्लेटफार्म भरे थे। शाम 7 बजे कुछ यात्री दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद से मेरठ आए थे। वो मेरठ साउथ स्टेशन पर उतरे। तभी साउथ स्टेशन पर ग्राउंड से फर्स्ट फ्लोर पर जा रही लिफ्ट बीच में बंद हो गई। लिफ्ट में उस वक्त 22 यात्री थे। इसमें 5 से 7 साल की उम्र के बच्चे, जवान, बुजुर्ग, महिलाएं, पुरुष सभी थे। अचानक बीच में लिफ्ट रुकने से सभी घबरा गए। अंदर बच्चे रोने, चीखने लगे। लिफ्ट में उस वक्त कोई गार्ड या हेल्पर भी नहीं था। जो यात्रियों को सांत्वना देता। सभी यात्री एक से सवा घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे। इसमें मेरठ कैलाशपुरी गढ़ रोड के रहने वाले संजीव कुशवाहा बेहोश हो गए।
लिफ्ट खुलने पर उन्हें सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। वहीं एक महिला की तबीयत खराब हुई जिसे उसके परिजन उसे किसी अन्य अस्पताल में ले गए। अब दोनों ही लोग अपने घर जा चुके हैं।