मेरठ 19 अगस्त (प्र)। टोल कर्मचारियों द्वारा सेना के जवान से मारपीट पर गुस्साए लोगों ने सोमवार को टोल पर तोड़फोड़ कर दी। पूर्व विधायक संगीत सोम ने धरना देकर सख्त कार्रवाई की मांग की। उधर, एनएचएआई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टोल ठेकेदार मैसर्स धर्म सिंह पर 20 लाख का जुर्माना लगाया है। फर्म को भविष्य के सभी ठेकों से डिबार करते हुए ठेके को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दूसरी ओर सेना ने भी इस मामले में कड़ा ऐतराज जता है। एक्स पर किए गए पोस्ट में इस मामले को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने की बात कही है।
ऑपरेशन सिंदूर में शामिल रहे गोटका गांव निवासी राजपूत रेजीमेंट का जवान कपिल कुमार सोमवार रात करीब आठ बजे कार में भाई शिवम और पिता कृष्णपाल के साथ भूनी टोल पर पहुंचा था।
विवाद के बाद कपिल ने आईकार्ड दिखाया, जिसे टोलकर्मियों ने फेंक दिया और जवान को बंधक बनाकर बर्बरता से पिटाई शुरू कर दी। भाई और पिता को भी पीटा। सोमवार सुबह भीड़ ने टोल पर हमला बोल दिया। पूर्व विधायक संगीत सोम भी धरने पर बैठ गए। 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद धरना समाप्त किया गया। पुलिस ने बताया कि सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस घटना को सेना ने गंभीरता से लिया है। सूर्य कमान (मध्य कमांड) की ओर से एक्स पर सोमवार को पोस्ट की गई है। सेना ने इस मामले को ‘तार्किक निष्कर्ष’ तक पहुंचाने की बात की है।
सेना की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, सैनिक के खिलाफ हिंसा 17 अगस्त को रात लगभग 8 बजे भूनी टोल प्लाजा पर हुई। श्रीनगर में तैनात एक सैनिक को ड्यूटी पर लौटते समय टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने पीटा। भारतीय सेना एक सेवारत सैनिक के खिलाफ ऐसी घटना की कड़ी निंदा करती है। दोषियों को सजा दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के उच्चतम अधिकारियों से संपर्क किया है। हत्या के प्रयास, गैरकानूनी रूप से जमावड़ा और डकैती के लिए बीएनएस के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और किसी भी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपाय करने की मांग के लिए घटना के बारे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के समक्ष विरोध भी दर्ज किया गया है।
सेना ने पोस्ट में कहा है कि भारतीय सेना न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और मामले को उसके तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएगी।
4 मांगों पर सहमति बनी, धरना खत्म
टोल पर सर्वसमाज की पंचायत के बाद समझौता हो गया। इसमें 4 मांगों पर सहमति बनी, जिसके बाद धरना खत्म किया गया।
वो 4 मांगें, जिन पर सहमति बनी
टोल के स्टाफ को हटाया जाएगा।
मुकदमे में 3 लोगों के नाम और बढ़ेंगे। वो भी अरेस्ट होंगे।
टोल से 10 किमी दूरी तक का पूरा इलाका टोल फ्री रहेगा।
टोल फ्री गांवों की लिस्ट टोल पर लगेगी।
