Tuesday, October 14

जेवरी और खिर्वा रोड पर अवैध कालोनियों पर चला बुलडोजर, लालकुर्ती में अतिक्रमण हटाया

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मेरठ 13 सितंबर (प्र)। थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र में गांव जेवरी और खिर्वा रोड पर अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों को मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के प्रवर्तन दल ने जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। प्रवर्तन अधिकारी निकेता सिंह ने बताया कि पंकज कुमार एवं सुधांशु सिंह द्वारा जेवरी कंकरखेड़ा में लगभग 12 हजार वर्ग गज भूमि पर अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। अवैध कॉलोनी की अंदर सड़कें, भूखंडों की बाउंड्री वॉल, निर्माणाधीन भवन व अन्य विकास कार्य ध्वस्त किए गए। उन्होंने बताया कि तरशपाल सिंह द्वारा खिरवा रोड पर 1800 गज में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी में भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।

वहीं छावनी परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जाकिर हुसैन के निर्देश पर शुक्रवार को लालकुर्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। छावनी परिषद के प्रेस प्रवक्ता जयपाल सिंह तोमर ने बताया कि राजस्व अधीक्षक राजेश जॉन के नेतृत्व में अभियांत्रिक अनुभाग, सफाई अनुभाग व राजस्व अनुभाग के कर्मचारियों ने लालकुर्ती में शास्त्री की मूर्ति से पैठ बाजार होते हुए गांधी ज्वैलर्स से फल-सब्जी मंडी तक अतिक्रमण हटाया।
इस दौरान कुछ व्यापारियों ने विरोध किया, लेकिन सदर बाजार व लालकुर्ती थाने की पुलिस के कारण विरोध कारगर नहीं रहा। टीम ने कई व्यापारियों का सामान भी जब्त कर लिया और व्यापारियों से अतिक्रमण हटाने की अपील की।

अतिक्रमण हटाकर यातायात व्यवस्था सुधारें
डीआईजी कलानिधि नैथानी ने शुक्रवार को एसपी यातायात राघवेंद्र कुमार मिश्रा के साथ शहर में भ्रमण कर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पैदल भ्रमण कर निर्देश दिए कि यातायात व्यवस्था में खामियों को दूर कराया जाए। डीआईजी ने एसपी यातायात को अन्य विभागों नगर निगम, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों के साथ समन्वय कर यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के निर्देश दिए। डीआईजी ने कहा कि मार्गों पर अतिक्रमण है और जगह-जगह होडिंग लगे हैं। इससे दृष्टि बाधित होती है। गलत तरीके से लगे होर्डिंग्स को चिह्नित कर हटवाया जाए। डिवाइडर पर पौधे और घास उग आई है। इससे मार्ग संकरा नजर आता है। पेड़ों की टहनी और घास की कटाई होनी चाहिए। डीआईजी ने कहा कि निर्माण सामग्री वाले वाहनों के चलने का समय निर्धारित करें ओवरलोड वाहन जैसे भूसे के ट्रक, चारा लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली आदि पर भी नियंत्रण किया जाए।

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