Monday, November 24

भ्रष्टाचार के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे रोडवेज कर्मी, की नारेबाजी

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मेरठ 03 नवंबर (प्र)। भैंसाली स्थित क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय परिसर में रोडवेज कर्मियों ने 21 सूत्रीय मांगों को लेकर भूख हड़ताल की। मनोज शर्मा, प्रवेंद्र शर्मा, अशोक कुमार, अयाज पठान, संजय कुमार रविवार को भूख हड़ताल पर बैठे।उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रांतीय संगठन मंत्री राजीव त्यागी ने कहा कि निलंबित कर्मचारियों को बहाल करने और स्थानांतरण के नाम पर कर्मचारियों से रिश्वत मांगी जा रही है। बिना किसी ठोस कारण के कर्मचारियों का निलंबन किया जा रहा है।

बड़ौत डिपो के कर्मी मदनपाल सिंह ने बताया कि उनको इसलिए निलंबित कर दिया गया, चूंकि उन्होंने बेटी को परीक्षा दिलाने के लिए एक दिन का अवकाश लिया था। क्षेत्रीय अध्यक्ष भारत भूषण ने कहा क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा कर्मचारियों से अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। शाम चार बजे भूख हड़ताल समाप्त हुई। सत्यपाल सिंह, संजीव कुमार, धनपाल सिंह, हरीश चंद, कुलदीप शर्मा, सुशील कुमार, अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।

वहीं, क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप नायक ने कहा कि कर्मचारियों से दो बार वार्ता की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। एक व्यक्ति आठ-10 लोगों से अभद्रता कैसे कर सकता है।
कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यालय और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में वार्ता करने की बात कही है। अगर कोई कर्मी किसी अधिकारी से अभद्रता करता है या बिना बताए ड्यूटी पर अनुपस्थित रहता है तो संबंधित अधिकारी द्वारा निलंबन की कार्रवाई की जाती है। मेरे द्वारा कोई निलंबन नहीं किया गया है। पदोन्न्ति के लिए छह सदस्यीय समिति गठित होती है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होती है।

यह हैं प्रमुख मांगें

  • डीजल कटौती के नाम पर चालकों का शोषण बंद किया जाए।
  • इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन खराब होने पर परिचालकों की वेतन कटौती बंद हो ।
  • कम लोड फैक्टर वाले मार्गों की समीक्षा की जाए। लोडफैक्टर के नाम पर अनावश्यक दबाव हटाया जाए।
  • मात्र स्पष्टीकरण पर प्रोन्नति रोके जाने का कोई प्रपत्र संगठन को उपलब्ध कराया जाए।
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