मेरठ 06 नवंबर (प्र)। मेरठ में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र अक्षय बैंसला ने आज खुद कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पिछले 2 दिनों से मेरठ पुलिस अक्षय बैंसला को तलाश रही थी। उसने सीसीएसयू में चाकूबाजी की थी। इस मामले में अक्षय वांटेड था। लेकिन पुलिस जब तक अक्षय को पकड़ पाती उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
छात्र आर्यन राणा पर जानलेवा हमला और लूट के मामले में पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों को हिरासत में लिया था। लेकिन पुलिस हिस्ट्रीशीटर अक्षय बैंसला को तलाश रही थी। आज गुरुवार को अक्षय बैंसला ने खुद आत्मसमर्पण कर दिया है। अक्षय उसके साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत संगीन धाराओं में केस दर्ज है।
बताते चले कि मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में मंगलवार रात चाकूबाजी हुई थी। यहां छात्र आर्यन राणा को दीनदयाल उपाध्याय हॉस्टल के बाहर तीन लड़कों ने बुलाया। लड़कों में आपस में झगड़ा हुआ और चाकू मारकर घायल कर दिया।
इस पूरे मामले में मेडिकल थाने में अक्षय बैंसला, दक्ष पुरी और विक्रम मावी के खिलाफ नामजद मुकदमा हुआ था। इसमें 5 लोग अज्ञात भी थे। पुलिस उसी दिन से आरोपियों की तलाश में लगी थी। बुधवार रात पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। जबकि मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर अक्षय बैंसला की तलाश में दबिश दे रही थी।
पुलिस अक्षय बैंसला की तलाश करती रही, उधर अक्षय ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
सहारनपुर के मोहडा निवासी आर्यन राणा गंगानगर स्थित एफआईटी कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई कर रहा है। पीड़ित के अनुसार, परतापुर क्षेत्र निवासी अक्षय बैंसला ने उसे फोन कर सीसीएसयू परिसर में बुलाया और वहां शराब पीने का दबाव बनाया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की।
इसी दौरान उस पर तमंचे से गोली चलाई गई और चाकू से हमला किया गया। आरोपियों ने आर्यन से तीन हजार रुपये और मोबाइल फोन भी लूट लिया और कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। हमले में आर्यन के एक कान की सुनने की क्षमता प्रभावित होने का भी आरोप है।
घटना के बाद मेडिकल थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अक्षय बैंसला, विक्रम मावी, दक्षपुरी समेत पांच से सात अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट सहित कुल नौ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। इसमें अक्षय बैंसला पर 15 मुकदमे दर्ज हैं।
